PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र -...

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PANKAJ PANKAJ MAGAZINE Publisher HINDI PRACHARINI SABHA Hindi Bhawan- Long Mountain Mauritius Phone/Fax: 2452112 Email [email protected] Website hindipracharinisabha.com PRESS FAMOUS PRINTING CO. LTD Calebasses-Pamplemousses Phone: 2431025 ISSUE: 55 YEAR: 31 MARCH 2019 ISSN: 1694-3503 24.

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PANKAJ

PANKAJ MAGAZINE

Publisher HINDI PRACHARINI SABHA Hindi Bhawan- Long Mountain

Mauritius

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PRESS FAMOUS PRINTING CO LTD Calebasses-Pamplemousses

Phone 2431025

ISSUE 55 YEAR 31 MARCH 2019 ISSN 1694-3503

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सोभदतत समऩनन हो जान क फाद बी चन का अहसास कबी नह ॊ कय ऩाता था कबी ऩतनी क साभन आतभह नता तो कबी ऩरयवाय क साभन अऩणण कबी मभतरो भ नाकाभी भहसस कयता तो कबी सभाज भ सवमॊ को अधया सभझता कबी अकर भ जफ सननाट का याजम चायो ओय बफखय जाता तो सोचन क मरए वववश हो जाता कक आखखय वऩछर जनभो भ उसन कौन सा ऐसा ऩाऩ कय ददमा ह जजसकी सज़ा आज बोगना ऩड़ यहा ह ऩतार स की उमर हो जान क फाद बी उसकी कोई सनतान न थी उधय मसभरा बी अऩन आऩ को अऩणण सतरी ह सभझती कोई ककसी स आभन साभन अऩन फाॉझऩन की चचाण नह ॊ कयता रककन दोनो अऩन आऩ को कोसत यहत दोनो अऩन आऩ को अधया ह सभझत

मसभरा अचछी नौकय ऩय थी मभतरो - सहमरमो सराहकायो व शबचचॊतको स सराह ववचाय रती औय कबी सोभदतत क अनजान भ डाकटय ओझा ऩॊडडत जमोततश बववषमवता आदद क ऩास जाती यहती ऩस ऩानी की तयह फहाती भगय राब कछ नह ॊ होता उधय सोभदतत बी ऐस ह यहसमभम ढॊग स साया कछ कयता यहता ताकक वह वऩता फनन का सख परापत कय सक साय कोमशशो क फावजद बी जफ कोई राब न हआ तो सोभदततन हाय भानकय भन

भायत ह जीन का साहस जटाता औय अनम रोगो की तयह जीन का भागण परशसत कयता ऩरष शामद अऩन भन को ककसी बी तयह फहराकय बरन का परमतन कय सकता ह भगय सतरी क मरए शामद ऐसा कयना समबव नह ॊ ईशवय न उस सतरी फनाई ह तो उसकी ऩणणता तो इसी भ ह कक वह सॊतान को जनभ द औय सजषट का ववकास कय अगय ऐसा न कय ऩामा तो चचॊता बरा कस न सताए इतनी साय समऩतत होत हए बी उस का कोई वारयस न हो तो कमा राब

मसभरा की ऐसी जसथतत दखकय एक ददन सखखमो न यसटोयट भ खात सभम फात - फात भ कह द - मसभरा माय कमो न एक सॊतान को गोद र - रती हो

मसभरा क ददभाग भ जस एक हथौड़ की

चोट रग गई इतनी साय चीज़ उऩाम आदद

कयन क फावजद बी कबी उसका ददभाग उधय

गमा ह नह ॊ अय सयरा ऐसा तो भन

कबी सोचा ह नह ॊ इसका परोसजजमय कमा

होता ह चरो ककसी स मभरकय जानकाय रत

ह कक तनमभ कमा ह मसभरा को रगा कक

उसक ददभाग स अफ फोझ हटन वारा ह दसय

ह योज़ व वककर क ऩास गए औय साय

जानकारयमाॉ रन क फाद कामण रऩ दन का

फ़िय कमा होगा - धनयाज शमब कहानी

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परमास कयन रगी अफ उसक साभन सभसमा

मह थी कक सोभदतत को कस फताए

ऩरयजसथतत का तनभाणण कयत हए उसन

एक याबतर बोज भ फात छड़ द सोभ भन

एक फात सोची ह

अय वाह अफ सोचन बी रगी हो

अचछा ह ज़या फोरो तो कमा फोरना चाहती

हो

हभाय ऩास सफ कछ ह

हाॉ वह तो ह कोई नई फात नह ॊ

तमहाय मरए मह नई फात ह जो भ

फोरन जा यह हॉ

अचछा सनॉ तो सोभदतत न

उतसकता परकट कयत हए कहा

सोभ सफ कछ होत हए बी हभाय

ऩास कोई वारयस नह ॊ फहत खार ऩन सा

भहसस होता ह

सो तो ह मह कोई नमी फात नह ॊ

फात दयअसर मह ह कक भ भ नह ॊ

फजकक हभ एक फचच को गोद र कपय साय

ऩणणता परापत हो जाएगी

ठीक ह भन बी सोचा था भगय कबी डय बी रगता ह अऩना खन तो अऩना होता ह उस डय था कक कह ॊ गोद मरमा हआ फचचा गरत सॊसकायवारा न तनकर जाए कपय बी वह मसभरा को तनयाश नह ॊ कय सकता था उसन

सवीकाय कय मरमा काफ़ी खोज - फीन कागज़ - ऩतय क

फाद फात तनजशचत हो गई उनहोन तम कय मरमा कक व अनाथारम स एक फचच को गोद रग उनहोन छह सार क एक फचच को रना तम कय मरमा फचचा सनदय अचछा डीरडौर वारा था सोभदतत जसा चाहता था मा जसी ककऩना की थी फचचा वसा ह था मसभरा न बी फचच को ऩसॊद कय मरमा कपय बी ऩता नह ॊ कमो सोभदतत क भन भ एक फात उठती थी कक कमो न उसका डीएनए टसत कया रॉ परणव क फाय भ अचछी जानकाय मभर जाएगी कभ स कभ उसकी फाय ककमो का ऩता तो रगा सकता ह मसभरा स मह फात तछऩा कय यखी अकर भ मह कामण कयता यहा जफ तक इधय साय वमवसथा क मरए कोट - कचय आदद की दौड़ - धऩ हो यह थी तफ तक डीएनए की रयऩोटण बी मभर जान की समबावना थी रग - बग साया कछ तम हो गमा मसभरा न एक ऩयोदहत को बी दख मरमा कक जस ह परणव घय भ कदभ यखगा एक ऩजा स नए जीवन का शबायमब कयगा एक योज़ ऩहर रयऩोटण रन क मरए उतसकता ऩवणक सोभदतत गमा उस रयऩोटण को दखकय उसक आशचमण का दठकाना न यहा उसक ऩयो तर की ज़भीन खखसक गई उस ववशवास न हो यहा था डीएनए की रयऩोटण चौका दन वार थी

सोभदतत को अऩन ककए की जस एक सज़ा सी

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मभर गई फहत ऩहर उसन बी अऩनी रयऩोटण तनकार थी फहत साय ऐसी चीज़ मा ततव थ जो परणव स मभरत - जरत थ उस माद आन रगा कक सात - आठ सार ऩहर उसन सवीट स पमाय ककमा था फहत आग फढ़ चक थ ऩयनत जातत - ऩाॉतत की द वाय न उनको मभरकय जीन की आऻा नह ॊ द ददन परततददन उनकी दरयमाॉ फढ़ती गई शर भ पमाय की गहयाई भ व इतन डफ चक थ कक सॊमभ की द वायो को ऩाय कय चक थ सवीट गबणवती हई औय उसन तीन भह नो फाद सोभदतत को सॊकत ककमा व चाहत थ कक गबणऩात कया द भगय सवीट क सवासम स समफॊचधत ऐसी सभसमाएॉ थीॊ कक सॊबव नह ॊ हो ऩामा सवीट न फचच को जनभ ददमा उनहोन फचच को अऩन ऩास न यखन का तनणणम ककमा गाॉव स दय रग - बग एक वषण तक ऩहचान क रोगो स दय यह फचच को अनाथारम भ द ददमा गमा था इस फीच सवीट औय सोभदतत क फीच का तनाव फढ़ता गमा उधय सवीट फीभाय यहन रगी औय सोभदतत न उसस जस हाथ धो मरमा हो इसी मरए तरसी

फाफा न सॊकत ददमा ह कक धीयज - धभण मभतर औय नाय आफ़त कार भ ऩयखी जाती ह

सोभदतत शाद कय सखी जीवन बफतान रगा ऩयनत सवीट आज बी अकर बफन बमाह उदास औय असवसथ अवसथा भ अकर जी यह ह सोभदतत मह सभझता ह कक शामद आज ईशवय न उसक गार ऩय तभाचा भाय कय सभझामा कक गरती कय क सवीकाय न कयन की सज़ा कमा होती ह फाॉझऩन की जसथतत भ उसकी जजतनी आतभह नता हई थी शामद सवीट को अऩना रन भ न होती डीएनए स उस ऩता रग गमा कक परणव ककसी औय की नह ॊ उसका अऩना ह फचचा ह जहाॉ एक ओय परसननता भहसस हो यह थी वह ॊ दसय ओय उस बम था कक कह ॊ मह बाॊडा पट न जाए मदद ऐसा हो गमा तो कमा होगा वह सभझ नह ॊ ऩा यहा था कक कह ॊ मह उमर बय की सज़ा तो नह ॊ मसभरा अबी उस ऩणण रऩ स भभता स नहरा यह थी ऩयनत उस ऩता रग गई तो कछ बी हो परणव न इस घय भ अऩना सथान फना मरमा

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

12

ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

40

दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 2: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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सोभदतत समऩनन हो जान क फाद बी चन का अहसास कबी नह ॊ कय ऩाता था कबी ऩतनी क साभन आतभह नता तो कबी ऩरयवाय क साभन अऩणण कबी मभतरो भ नाकाभी भहसस कयता तो कबी सभाज भ सवमॊ को अधया सभझता कबी अकर भ जफ सननाट का याजम चायो ओय बफखय जाता तो सोचन क मरए वववश हो जाता कक आखखय वऩछर जनभो भ उसन कौन सा ऐसा ऩाऩ कय ददमा ह जजसकी सज़ा आज बोगना ऩड़ यहा ह ऩतार स की उमर हो जान क फाद बी उसकी कोई सनतान न थी उधय मसभरा बी अऩन आऩ को अऩणण सतरी ह सभझती कोई ककसी स आभन साभन अऩन फाॉझऩन की चचाण नह ॊ कयता रककन दोनो अऩन आऩ को कोसत यहत दोनो अऩन आऩ को अधया ह सभझत

मसभरा अचछी नौकय ऩय थी मभतरो - सहमरमो सराहकायो व शबचचॊतको स सराह ववचाय रती औय कबी सोभदतत क अनजान भ डाकटय ओझा ऩॊडडत जमोततश बववषमवता आदद क ऩास जाती यहती ऩस ऩानी की तयह फहाती भगय राब कछ नह ॊ होता उधय सोभदतत बी ऐस ह यहसमभम ढॊग स साया कछ कयता यहता ताकक वह वऩता फनन का सख परापत कय सक साय कोमशशो क फावजद बी जफ कोई राब न हआ तो सोभदततन हाय भानकय भन

भायत ह जीन का साहस जटाता औय अनम रोगो की तयह जीन का भागण परशसत कयता ऩरष शामद अऩन भन को ककसी बी तयह फहराकय बरन का परमतन कय सकता ह भगय सतरी क मरए शामद ऐसा कयना समबव नह ॊ ईशवय न उस सतरी फनाई ह तो उसकी ऩणणता तो इसी भ ह कक वह सॊतान को जनभ द औय सजषट का ववकास कय अगय ऐसा न कय ऩामा तो चचॊता बरा कस न सताए इतनी साय समऩतत होत हए बी उस का कोई वारयस न हो तो कमा राब

मसभरा की ऐसी जसथतत दखकय एक ददन सखखमो न यसटोयट भ खात सभम फात - फात भ कह द - मसभरा माय कमो न एक सॊतान को गोद र - रती हो

मसभरा क ददभाग भ जस एक हथौड़ की

चोट रग गई इतनी साय चीज़ उऩाम आदद

कयन क फावजद बी कबी उसका ददभाग उधय

गमा ह नह ॊ अय सयरा ऐसा तो भन

कबी सोचा ह नह ॊ इसका परोसजजमय कमा

होता ह चरो ककसी स मभरकय जानकाय रत

ह कक तनमभ कमा ह मसभरा को रगा कक

उसक ददभाग स अफ फोझ हटन वारा ह दसय

ह योज़ व वककर क ऩास गए औय साय

जानकारयमाॉ रन क फाद कामण रऩ दन का

फ़िय कमा होगा - धनयाज शमब कहानी

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परमास कयन रगी अफ उसक साभन सभसमा

मह थी कक सोभदतत को कस फताए

ऩरयजसथतत का तनभाणण कयत हए उसन

एक याबतर बोज भ फात छड़ द सोभ भन

एक फात सोची ह

अय वाह अफ सोचन बी रगी हो

अचछा ह ज़या फोरो तो कमा फोरना चाहती

हो

हभाय ऩास सफ कछ ह

हाॉ वह तो ह कोई नई फात नह ॊ

तमहाय मरए मह नई फात ह जो भ

फोरन जा यह हॉ

अचछा सनॉ तो सोभदतत न

उतसकता परकट कयत हए कहा

सोभ सफ कछ होत हए बी हभाय

ऩास कोई वारयस नह ॊ फहत खार ऩन सा

भहसस होता ह

सो तो ह मह कोई नमी फात नह ॊ

फात दयअसर मह ह कक भ भ नह ॊ

फजकक हभ एक फचच को गोद र कपय साय

ऩणणता परापत हो जाएगी

ठीक ह भन बी सोचा था भगय कबी डय बी रगता ह अऩना खन तो अऩना होता ह उस डय था कक कह ॊ गोद मरमा हआ फचचा गरत सॊसकायवारा न तनकर जाए कपय बी वह मसभरा को तनयाश नह ॊ कय सकता था उसन

सवीकाय कय मरमा काफ़ी खोज - फीन कागज़ - ऩतय क

फाद फात तनजशचत हो गई उनहोन तम कय मरमा कक व अनाथारम स एक फचच को गोद रग उनहोन छह सार क एक फचच को रना तम कय मरमा फचचा सनदय अचछा डीरडौर वारा था सोभदतत जसा चाहता था मा जसी ककऩना की थी फचचा वसा ह था मसभरा न बी फचच को ऩसॊद कय मरमा कपय बी ऩता नह ॊ कमो सोभदतत क भन भ एक फात उठती थी कक कमो न उसका डीएनए टसत कया रॉ परणव क फाय भ अचछी जानकाय मभर जाएगी कभ स कभ उसकी फाय ककमो का ऩता तो रगा सकता ह मसभरा स मह फात तछऩा कय यखी अकर भ मह कामण कयता यहा जफ तक इधय साय वमवसथा क मरए कोट - कचय आदद की दौड़ - धऩ हो यह थी तफ तक डीएनए की रयऩोटण बी मभर जान की समबावना थी रग - बग साया कछ तम हो गमा मसभरा न एक ऩयोदहत को बी दख मरमा कक जस ह परणव घय भ कदभ यखगा एक ऩजा स नए जीवन का शबायमब कयगा एक योज़ ऩहर रयऩोटण रन क मरए उतसकता ऩवणक सोभदतत गमा उस रयऩोटण को दखकय उसक आशचमण का दठकाना न यहा उसक ऩयो तर की ज़भीन खखसक गई उस ववशवास न हो यहा था डीएनए की रयऩोटण चौका दन वार थी

सोभदतत को अऩन ककए की जस एक सज़ा सी

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मभर गई फहत ऩहर उसन बी अऩनी रयऩोटण तनकार थी फहत साय ऐसी चीज़ मा ततव थ जो परणव स मभरत - जरत थ उस माद आन रगा कक सात - आठ सार ऩहर उसन सवीट स पमाय ककमा था फहत आग फढ़ चक थ ऩयनत जातत - ऩाॉतत की द वाय न उनको मभरकय जीन की आऻा नह ॊ द ददन परततददन उनकी दरयमाॉ फढ़ती गई शर भ पमाय की गहयाई भ व इतन डफ चक थ कक सॊमभ की द वायो को ऩाय कय चक थ सवीट गबणवती हई औय उसन तीन भह नो फाद सोभदतत को सॊकत ककमा व चाहत थ कक गबणऩात कया द भगय सवीट क सवासम स समफॊचधत ऐसी सभसमाएॉ थीॊ कक सॊबव नह ॊ हो ऩामा सवीट न फचच को जनभ ददमा उनहोन फचच को अऩन ऩास न यखन का तनणणम ककमा गाॉव स दय रग - बग एक वषण तक ऩहचान क रोगो स दय यह फचच को अनाथारम भ द ददमा गमा था इस फीच सवीट औय सोभदतत क फीच का तनाव फढ़ता गमा उधय सवीट फीभाय यहन रगी औय सोभदतत न उसस जस हाथ धो मरमा हो इसी मरए तरसी

फाफा न सॊकत ददमा ह कक धीयज - धभण मभतर औय नाय आफ़त कार भ ऩयखी जाती ह

सोभदतत शाद कय सखी जीवन बफतान रगा ऩयनत सवीट आज बी अकर बफन बमाह उदास औय असवसथ अवसथा भ अकर जी यह ह सोभदतत मह सभझता ह कक शामद आज ईशवय न उसक गार ऩय तभाचा भाय कय सभझामा कक गरती कय क सवीकाय न कयन की सज़ा कमा होती ह फाॉझऩन की जसथतत भ उसकी जजतनी आतभह नता हई थी शामद सवीट को अऩना रन भ न होती डीएनए स उस ऩता रग गमा कक परणव ककसी औय की नह ॊ उसका अऩना ह फचचा ह जहाॉ एक ओय परसननता भहसस हो यह थी वह ॊ दसय ओय उस बम था कक कह ॊ मह बाॊडा पट न जाए मदद ऐसा हो गमा तो कमा होगा वह सभझ नह ॊ ऩा यहा था कक कह ॊ मह उमर बय की सज़ा तो नह ॊ मसभरा अबी उस ऩणण रऩ स भभता स नहरा यह थी ऩयनत उस ऩता रग गई तो कछ बी हो परणव न इस घय भ अऩना सथान फना मरमा

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 3: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

3

सोभदतत समऩनन हो जान क फाद बी चन का अहसास कबी नह ॊ कय ऩाता था कबी ऩतनी क साभन आतभह नता तो कबी ऩरयवाय क साभन अऩणण कबी मभतरो भ नाकाभी भहसस कयता तो कबी सभाज भ सवमॊ को अधया सभझता कबी अकर भ जफ सननाट का याजम चायो ओय बफखय जाता तो सोचन क मरए वववश हो जाता कक आखखय वऩछर जनभो भ उसन कौन सा ऐसा ऩाऩ कय ददमा ह जजसकी सज़ा आज बोगना ऩड़ यहा ह ऩतार स की उमर हो जान क फाद बी उसकी कोई सनतान न थी उधय मसभरा बी अऩन आऩ को अऩणण सतरी ह सभझती कोई ककसी स आभन साभन अऩन फाॉझऩन की चचाण नह ॊ कयता रककन दोनो अऩन आऩ को कोसत यहत दोनो अऩन आऩ को अधया ह सभझत

मसभरा अचछी नौकय ऩय थी मभतरो - सहमरमो सराहकायो व शबचचॊतको स सराह ववचाय रती औय कबी सोभदतत क अनजान भ डाकटय ओझा ऩॊडडत जमोततश बववषमवता आदद क ऩास जाती यहती ऩस ऩानी की तयह फहाती भगय राब कछ नह ॊ होता उधय सोभदतत बी ऐस ह यहसमभम ढॊग स साया कछ कयता यहता ताकक वह वऩता फनन का सख परापत कय सक साय कोमशशो क फावजद बी जफ कोई राब न हआ तो सोभदततन हाय भानकय भन

भायत ह जीन का साहस जटाता औय अनम रोगो की तयह जीन का भागण परशसत कयता ऩरष शामद अऩन भन को ककसी बी तयह फहराकय बरन का परमतन कय सकता ह भगय सतरी क मरए शामद ऐसा कयना समबव नह ॊ ईशवय न उस सतरी फनाई ह तो उसकी ऩणणता तो इसी भ ह कक वह सॊतान को जनभ द औय सजषट का ववकास कय अगय ऐसा न कय ऩामा तो चचॊता बरा कस न सताए इतनी साय समऩतत होत हए बी उस का कोई वारयस न हो तो कमा राब

मसभरा की ऐसी जसथतत दखकय एक ददन सखखमो न यसटोयट भ खात सभम फात - फात भ कह द - मसभरा माय कमो न एक सॊतान को गोद र - रती हो

मसभरा क ददभाग भ जस एक हथौड़ की

चोट रग गई इतनी साय चीज़ उऩाम आदद

कयन क फावजद बी कबी उसका ददभाग उधय

गमा ह नह ॊ अय सयरा ऐसा तो भन

कबी सोचा ह नह ॊ इसका परोसजजमय कमा

होता ह चरो ककसी स मभरकय जानकाय रत

ह कक तनमभ कमा ह मसभरा को रगा कक

उसक ददभाग स अफ फोझ हटन वारा ह दसय

ह योज़ व वककर क ऩास गए औय साय

जानकारयमाॉ रन क फाद कामण रऩ दन का

फ़िय कमा होगा - धनयाज शमब कहानी

4

परमास कयन रगी अफ उसक साभन सभसमा

मह थी कक सोभदतत को कस फताए

ऩरयजसथतत का तनभाणण कयत हए उसन

एक याबतर बोज भ फात छड़ द सोभ भन

एक फात सोची ह

अय वाह अफ सोचन बी रगी हो

अचछा ह ज़या फोरो तो कमा फोरना चाहती

हो

हभाय ऩास सफ कछ ह

हाॉ वह तो ह कोई नई फात नह ॊ

तमहाय मरए मह नई फात ह जो भ

फोरन जा यह हॉ

अचछा सनॉ तो सोभदतत न

उतसकता परकट कयत हए कहा

सोभ सफ कछ होत हए बी हभाय

ऩास कोई वारयस नह ॊ फहत खार ऩन सा

भहसस होता ह

सो तो ह मह कोई नमी फात नह ॊ

फात दयअसर मह ह कक भ भ नह ॊ

फजकक हभ एक फचच को गोद र कपय साय

ऩणणता परापत हो जाएगी

ठीक ह भन बी सोचा था भगय कबी डय बी रगता ह अऩना खन तो अऩना होता ह उस डय था कक कह ॊ गोद मरमा हआ फचचा गरत सॊसकायवारा न तनकर जाए कपय बी वह मसभरा को तनयाश नह ॊ कय सकता था उसन

सवीकाय कय मरमा काफ़ी खोज - फीन कागज़ - ऩतय क

फाद फात तनजशचत हो गई उनहोन तम कय मरमा कक व अनाथारम स एक फचच को गोद रग उनहोन छह सार क एक फचच को रना तम कय मरमा फचचा सनदय अचछा डीरडौर वारा था सोभदतत जसा चाहता था मा जसी ककऩना की थी फचचा वसा ह था मसभरा न बी फचच को ऩसॊद कय मरमा कपय बी ऩता नह ॊ कमो सोभदतत क भन भ एक फात उठती थी कक कमो न उसका डीएनए टसत कया रॉ परणव क फाय भ अचछी जानकाय मभर जाएगी कभ स कभ उसकी फाय ककमो का ऩता तो रगा सकता ह मसभरा स मह फात तछऩा कय यखी अकर भ मह कामण कयता यहा जफ तक इधय साय वमवसथा क मरए कोट - कचय आदद की दौड़ - धऩ हो यह थी तफ तक डीएनए की रयऩोटण बी मभर जान की समबावना थी रग - बग साया कछ तम हो गमा मसभरा न एक ऩयोदहत को बी दख मरमा कक जस ह परणव घय भ कदभ यखगा एक ऩजा स नए जीवन का शबायमब कयगा एक योज़ ऩहर रयऩोटण रन क मरए उतसकता ऩवणक सोभदतत गमा उस रयऩोटण को दखकय उसक आशचमण का दठकाना न यहा उसक ऩयो तर की ज़भीन खखसक गई उस ववशवास न हो यहा था डीएनए की रयऩोटण चौका दन वार थी

सोभदतत को अऩन ककए की जस एक सज़ा सी

5

मभर गई फहत ऩहर उसन बी अऩनी रयऩोटण तनकार थी फहत साय ऐसी चीज़ मा ततव थ जो परणव स मभरत - जरत थ उस माद आन रगा कक सात - आठ सार ऩहर उसन सवीट स पमाय ककमा था फहत आग फढ़ चक थ ऩयनत जातत - ऩाॉतत की द वाय न उनको मभरकय जीन की आऻा नह ॊ द ददन परततददन उनकी दरयमाॉ फढ़ती गई शर भ पमाय की गहयाई भ व इतन डफ चक थ कक सॊमभ की द वायो को ऩाय कय चक थ सवीट गबणवती हई औय उसन तीन भह नो फाद सोभदतत को सॊकत ककमा व चाहत थ कक गबणऩात कया द भगय सवीट क सवासम स समफॊचधत ऐसी सभसमाएॉ थीॊ कक सॊबव नह ॊ हो ऩामा सवीट न फचच को जनभ ददमा उनहोन फचच को अऩन ऩास न यखन का तनणणम ककमा गाॉव स दय रग - बग एक वषण तक ऩहचान क रोगो स दय यह फचच को अनाथारम भ द ददमा गमा था इस फीच सवीट औय सोभदतत क फीच का तनाव फढ़ता गमा उधय सवीट फीभाय यहन रगी औय सोभदतत न उसस जस हाथ धो मरमा हो इसी मरए तरसी

फाफा न सॊकत ददमा ह कक धीयज - धभण मभतर औय नाय आफ़त कार भ ऩयखी जाती ह

सोभदतत शाद कय सखी जीवन बफतान रगा ऩयनत सवीट आज बी अकर बफन बमाह उदास औय असवसथ अवसथा भ अकर जी यह ह सोभदतत मह सभझता ह कक शामद आज ईशवय न उसक गार ऩय तभाचा भाय कय सभझामा कक गरती कय क सवीकाय न कयन की सज़ा कमा होती ह फाॉझऩन की जसथतत भ उसकी जजतनी आतभह नता हई थी शामद सवीट को अऩना रन भ न होती डीएनए स उस ऩता रग गमा कक परणव ककसी औय की नह ॊ उसका अऩना ह फचचा ह जहाॉ एक ओय परसननता भहसस हो यह थी वह ॊ दसय ओय उस बम था कक कह ॊ मह बाॊडा पट न जाए मदद ऐसा हो गमा तो कमा होगा वह सभझ नह ॊ ऩा यहा था कक कह ॊ मह उमर बय की सज़ा तो नह ॊ मसभरा अबी उस ऩणण रऩ स भभता स नहरा यह थी ऩयनत उस ऩता रग गई तो कछ बी हो परणव न इस घय भ अऩना सथान फना मरमा

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

25

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 4: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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परमास कयन रगी अफ उसक साभन सभसमा

मह थी कक सोभदतत को कस फताए

ऩरयजसथतत का तनभाणण कयत हए उसन

एक याबतर बोज भ फात छड़ द सोभ भन

एक फात सोची ह

अय वाह अफ सोचन बी रगी हो

अचछा ह ज़या फोरो तो कमा फोरना चाहती

हो

हभाय ऩास सफ कछ ह

हाॉ वह तो ह कोई नई फात नह ॊ

तमहाय मरए मह नई फात ह जो भ

फोरन जा यह हॉ

अचछा सनॉ तो सोभदतत न

उतसकता परकट कयत हए कहा

सोभ सफ कछ होत हए बी हभाय

ऩास कोई वारयस नह ॊ फहत खार ऩन सा

भहसस होता ह

सो तो ह मह कोई नमी फात नह ॊ

फात दयअसर मह ह कक भ भ नह ॊ

फजकक हभ एक फचच को गोद र कपय साय

ऩणणता परापत हो जाएगी

ठीक ह भन बी सोचा था भगय कबी डय बी रगता ह अऩना खन तो अऩना होता ह उस डय था कक कह ॊ गोद मरमा हआ फचचा गरत सॊसकायवारा न तनकर जाए कपय बी वह मसभरा को तनयाश नह ॊ कय सकता था उसन

सवीकाय कय मरमा काफ़ी खोज - फीन कागज़ - ऩतय क

फाद फात तनजशचत हो गई उनहोन तम कय मरमा कक व अनाथारम स एक फचच को गोद रग उनहोन छह सार क एक फचच को रना तम कय मरमा फचचा सनदय अचछा डीरडौर वारा था सोभदतत जसा चाहता था मा जसी ककऩना की थी फचचा वसा ह था मसभरा न बी फचच को ऩसॊद कय मरमा कपय बी ऩता नह ॊ कमो सोभदतत क भन भ एक फात उठती थी कक कमो न उसका डीएनए टसत कया रॉ परणव क फाय भ अचछी जानकाय मभर जाएगी कभ स कभ उसकी फाय ककमो का ऩता तो रगा सकता ह मसभरा स मह फात तछऩा कय यखी अकर भ मह कामण कयता यहा जफ तक इधय साय वमवसथा क मरए कोट - कचय आदद की दौड़ - धऩ हो यह थी तफ तक डीएनए की रयऩोटण बी मभर जान की समबावना थी रग - बग साया कछ तम हो गमा मसभरा न एक ऩयोदहत को बी दख मरमा कक जस ह परणव घय भ कदभ यखगा एक ऩजा स नए जीवन का शबायमब कयगा एक योज़ ऩहर रयऩोटण रन क मरए उतसकता ऩवणक सोभदतत गमा उस रयऩोटण को दखकय उसक आशचमण का दठकाना न यहा उसक ऩयो तर की ज़भीन खखसक गई उस ववशवास न हो यहा था डीएनए की रयऩोटण चौका दन वार थी

सोभदतत को अऩन ककए की जस एक सज़ा सी

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मभर गई फहत ऩहर उसन बी अऩनी रयऩोटण तनकार थी फहत साय ऐसी चीज़ मा ततव थ जो परणव स मभरत - जरत थ उस माद आन रगा कक सात - आठ सार ऩहर उसन सवीट स पमाय ककमा था फहत आग फढ़ चक थ ऩयनत जातत - ऩाॉतत की द वाय न उनको मभरकय जीन की आऻा नह ॊ द ददन परततददन उनकी दरयमाॉ फढ़ती गई शर भ पमाय की गहयाई भ व इतन डफ चक थ कक सॊमभ की द वायो को ऩाय कय चक थ सवीट गबणवती हई औय उसन तीन भह नो फाद सोभदतत को सॊकत ककमा व चाहत थ कक गबणऩात कया द भगय सवीट क सवासम स समफॊचधत ऐसी सभसमाएॉ थीॊ कक सॊबव नह ॊ हो ऩामा सवीट न फचच को जनभ ददमा उनहोन फचच को अऩन ऩास न यखन का तनणणम ककमा गाॉव स दय रग - बग एक वषण तक ऩहचान क रोगो स दय यह फचच को अनाथारम भ द ददमा गमा था इस फीच सवीट औय सोभदतत क फीच का तनाव फढ़ता गमा उधय सवीट फीभाय यहन रगी औय सोभदतत न उसस जस हाथ धो मरमा हो इसी मरए तरसी

फाफा न सॊकत ददमा ह कक धीयज - धभण मभतर औय नाय आफ़त कार भ ऩयखी जाती ह

सोभदतत शाद कय सखी जीवन बफतान रगा ऩयनत सवीट आज बी अकर बफन बमाह उदास औय असवसथ अवसथा भ अकर जी यह ह सोभदतत मह सभझता ह कक शामद आज ईशवय न उसक गार ऩय तभाचा भाय कय सभझामा कक गरती कय क सवीकाय न कयन की सज़ा कमा होती ह फाॉझऩन की जसथतत भ उसकी जजतनी आतभह नता हई थी शामद सवीट को अऩना रन भ न होती डीएनए स उस ऩता रग गमा कक परणव ककसी औय की नह ॊ उसका अऩना ह फचचा ह जहाॉ एक ओय परसननता भहसस हो यह थी वह ॊ दसय ओय उस बम था कक कह ॊ मह बाॊडा पट न जाए मदद ऐसा हो गमा तो कमा होगा वह सभझ नह ॊ ऩा यहा था कक कह ॊ मह उमर बय की सज़ा तो नह ॊ मसभरा अबी उस ऩणण रऩ स भभता स नहरा यह थी ऩयनत उस ऩता रग गई तो कछ बी हो परणव न इस घय भ अऩना सथान फना मरमा

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

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शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

fQLl~ nsuk eqfLdks fcuk ugha jg ldsA vkf[kj---ml csodwQ yM+ds ds kj] d cqf)eती fcfVk dk vkxeu tks gqvk FkkA

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 5: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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मभर गई फहत ऩहर उसन बी अऩनी रयऩोटण तनकार थी फहत साय ऐसी चीज़ मा ततव थ जो परणव स मभरत - जरत थ उस माद आन रगा कक सात - आठ सार ऩहर उसन सवीट स पमाय ककमा था फहत आग फढ़ चक थ ऩयनत जातत - ऩाॉतत की द वाय न उनको मभरकय जीन की आऻा नह ॊ द ददन परततददन उनकी दरयमाॉ फढ़ती गई शर भ पमाय की गहयाई भ व इतन डफ चक थ कक सॊमभ की द वायो को ऩाय कय चक थ सवीट गबणवती हई औय उसन तीन भह नो फाद सोभदतत को सॊकत ककमा व चाहत थ कक गबणऩात कया द भगय सवीट क सवासम स समफॊचधत ऐसी सभसमाएॉ थीॊ कक सॊबव नह ॊ हो ऩामा सवीट न फचच को जनभ ददमा उनहोन फचच को अऩन ऩास न यखन का तनणणम ककमा गाॉव स दय रग - बग एक वषण तक ऩहचान क रोगो स दय यह फचच को अनाथारम भ द ददमा गमा था इस फीच सवीट औय सोभदतत क फीच का तनाव फढ़ता गमा उधय सवीट फीभाय यहन रगी औय सोभदतत न उसस जस हाथ धो मरमा हो इसी मरए तरसी

फाफा न सॊकत ददमा ह कक धीयज - धभण मभतर औय नाय आफ़त कार भ ऩयखी जाती ह

सोभदतत शाद कय सखी जीवन बफतान रगा ऩयनत सवीट आज बी अकर बफन बमाह उदास औय असवसथ अवसथा भ अकर जी यह ह सोभदतत मह सभझता ह कक शामद आज ईशवय न उसक गार ऩय तभाचा भाय कय सभझामा कक गरती कय क सवीकाय न कयन की सज़ा कमा होती ह फाॉझऩन की जसथतत भ उसकी जजतनी आतभह नता हई थी शामद सवीट को अऩना रन भ न होती डीएनए स उस ऩता रग गमा कक परणव ककसी औय की नह ॊ उसका अऩना ह फचचा ह जहाॉ एक ओय परसननता भहसस हो यह थी वह ॊ दसय ओय उस बम था कक कह ॊ मह बाॊडा पट न जाए मदद ऐसा हो गमा तो कमा होगा वह सभझ नह ॊ ऩा यहा था कक कह ॊ मह उमर बय की सज़ा तो नह ॊ मसभरा अबी उस ऩणण रऩ स भभता स नहरा यह थी ऩयनत उस ऩता रग गई तो कछ बी हो परणव न इस घय भ अऩना सथान फना मरमा

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 6: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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कछ सभम स न ककसी सॊसथा दवाया ककसी कामणकरभ भ भ आभॊबतरत होता हॉ औय न ह कह ॊ भोटय डराइव कयक दय जान को जी चाहता ह एक परकाय स जमशॊकय परसाद क शबदो भ भन तर - सॊनमास र मरमा ह ददनाॊक ०८ ददसमफय १८ - शतनवाय को भन दहनद बवन दहनद परचारयणी सबा भोताई रोग दवाया आभॊबतरत होन ऩय सभावतणन सभायोह भ जाना सवीकाय मरमा था ककशोयावसथा दहनद बवन का छातर था ऩो फोजम क यासत र भारयमान क टढ़ - भढ़ ऩहाड़ी यासत स होत हए भझ कायोमरन स दहॊद बवन ऩहॉचन भ भातर ऩतामरस मभनट रग थ छातर - कार भ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन भ दो घॊट रगत थ भय ऩयान मभतर टहर याभद न न फड़ ह आदय बाव स भझ सरज परसाद भॊगय बगत सबागाय भ परथभ ऩॊजकत भ बफठामा था हॉर आधा बया था - कछ दहनद क ववदवान थ औय अचधकतय छातरगण उऩजसथत थ कामणकरभ परायमब होन स ऩहर भझ फाय - फाय दहनद बवन भ अऩना छातर जीवन माद आ यहा था भझ माद हो आई थीॊ ऩयानी ऩचऩन - साठ वषण ऩवण की फात

१९४६ भ जनभा फर - एय क योभन कथोमरक एडड सकर स जफ भ न १९५८ भ छठी ऩास कय द तो भातर तीन भह न सटरर फराक का सटरर कॉरज जा ऩामा था गय फी का सभम

था औय ऊऩय स कायोर तफ़ान की तफाह फ़ीस नह ॊ चका ऩामा था कायोर क फाद भॉय शस खॊडहय स तनकर कय नवतनभाणण की ओय अगरसय हो यहा था तफ तक गनन क खतो स भया कजमिज सकर सदटणकफ़कट ऩय ा की तमाय बी पराईवट टमशन रकय कय यहा था पराईवट क डीडट कवार फ़ाईग टसट अॊगरजी बाषा भ ऩास कयन ऩय ह सकर सदटणकफ़कट भ बाग र सकता था भन परब - कऩा टसट ऩास कय मरमा था एक ज़भीॊदाय न भझ कहा था शामद कजमिज न बर स तमह ऩास कय ददमा ह भया फटा कॉरज जाता ह औय ऩाठ बी रता ह - अफ जाकय तीसय कोमशश भ मह ऩय ा ऩास की ह भय भज़दय कयत हए तभ एक ह फाय भ सपर हो गम भय हय यॊग क कागज़ ऩय मभतनसटर क वपर ॊट रयज़कट को मभनटो तक व उराट - ऩराट कय दखत यह उनक वचनो औय सवाबाव स भ घामर हआ था व भामरक थ भ भज़दय बरा भ कमा कहता औय आग ऩढ़न की चाह परफर थी अऩन ऩयदादा दादा औय वऩता क दहनद - ऻान औय परभ स परबाववत होना सवाबाववक था ऩछ - ताछ कयन क फाद भझ दहनद बवन की जानकाय मभर थी शामद १९६२ की फात ह भ दहॊद बवन जाकय ऩरयचम ऩय ा की तमाय कयना चाहता था उस सभम

हहनदी बवन क एक ऩयान छातर का उदगाय- डॉ फीयसन जागासस ॊह

7

परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

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शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

42

हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 7: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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परवमशका ऩय ा थी ह नह ॊ फस दवाया दहॊद बवन ऩहॉचन क मरए शटण कभीज़ भोज़ जत औय फसत की आवशमकता थी कऩड़ ऩयान थ ऩयनत ऩसतक एवॊ काऩी आदद क मरए फसता खय दना था औय जत - भोज़ बी खय दन थ ऩट काटकय उधाय रकय औय शाभ क सभम तमफाक की योऩाई भ हाॉथ फटाकय भन ऩमाणपत यकभ इकटठी कयक आवशमक ऊऩयचचचणत वसतएॉ खय द र ॊ थीॊ घय ऩय आऻा न मभरन ऩय बी एक यवववाय को सफह सात फज एक मभतर औय भ फस भ ऩय सवाय हो गए थ घय स फरॉक फरॉक स तय रज़ ऩहॉच थ भोताई रोग क जॊकशन तक फस सटॉऩ ऩय फीस - तीस दहनद बवन जान वार छातर - छातराएॉ करव कय की फस की परतीा भ थ उन भ अचधकतय याॉऩाय की ओय क थ एक दफर - ऩतर - रमफ स वमजकत थ - छातर नह ॊ मशक थ तबी भन शरी हनभान चगयधाय दफ जी को ऩहर फाय दखा था उनहोन फाद भ भझ शामद परथभा भ ऩढ़ामा बी था फस आई थी औय सीट कभ होन ऩय बी कनडकटय न सबी को चढ़ा मरमा था ताकक नौ फज तक हभ सबी दहनद बवन ऩहॉच ऩाएॉ

फस सटोऩ ऩय दो बाइमो स मभतरता हो गमी थी - बगनाथमस ॊह औय नववनदतत नोबफन - यॉऩाय तनवासी ऩता नह ॊ आज २०१८ भ मह रोग कहाॉ ह जीवन भथया नाभक मभतर न फतामा था कक म दोनो शामद रॊदन भ ह फस स

उतय कय दहनद बवन क पराॊगण भ परवश कयत हए भय ददर की धड़कन तज़ हो गई थीॊ माद नह ॊ मदद उस सभम बगत जी की भतत ण थी मा नह ॊ उस सभम भातर ऩहरा ऩयाना बवन था दाई ओय दफ़तय था वह ी अतत मभरनसाय औय भदबाषी शरी चनदन यघफय स बट हई थी एडमभशन की फात हो ह यह थी कक एक अधड़ गोर चहय वार साॊवर स भहातभा गाॉधी जस गोर आकाय क चशभ धायण ककए हए वमजकत दफ़तय भ परवश हए थ चनदन यघफय जी खड़ हो गए थ हभ तो खड़ ह थ शरी सरज परसाद भॊगय बगत भहाभॊतरी - दहनद परचारयणी सबा स मह भय परथभ दशणन थ नाभ गाॉव ऩास ऩय ाएॉ आदद ऩछन क फाद व सवमॊ हभ ऩरयचम का तक र गए थ दाखखरा हो गमा था उस सभम ऩरयचम का भ सरज परसाद शॊब नवयतन ऩोखयाज चनदन यघफय औय सवमॊ एसएभ बगत जी ऩढ़ात थ बोजन क मरए आध घॊट की छटट मभर थी जफ टटोर थी - रौटन क मरए फस क बाड़ क आरावा ऩॊदरह सणट फचत थ उसी स एक योट औय भकखन था दो नभकीन मरए थ जी चाहता था ऩऩसी - कोका अनम छातरो की तयह रन को घय कस रौटता ऩदर हाॉ एक फात को रकय तसकर थी कक ऩढ़ाई भ तन भन स कय यहा था धन की कभी थी

हय यवववाय को तमाय होकय फस रन यासत ककनाय तनकर जाता था वह एक जोड़ा वसतर

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

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शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

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गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

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सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

23

क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

fQLl~ nsuk eqfLdks fcuk ugha jg ldsA vkf[kj---ml csodwQ yM+ds ds kj] d cqf)eती fcfVk dk vkxeu tks gqvk FkkA

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 8: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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धरता था बफना इजसतय ककम ऩहनकय दहनद बवन ऩहॉच जाता था राख तछऩान ऩय बी १४७ ककसभ क गननो क चोख - योमदाय ऩततो स भय चयह औय हथर ऩय उबय आए रार यखाओॊ को कस तछऩाता भया नकशो स बया - भझाणमा हआ चहया भझ भज़दय परभाखणत कयन क मरए ऩमाणपत था धनी - भानी घयो स आए छातर - छातरो की ऩोशाक जत औय फसत दखकय भय आतभा दफ - सी जाती थी एक तो अॊगरज़ी - फर च का भया ऻान दसय दहनद फोरन - ऩढ़न औय मरखन की भय दता क कायण का भ औय गरजनो क फीच भया नाभ ववदय ददरचनद क साथ - साथ मरमा जान रगा था अत भय दरयदर जसथतत की अऩा अनक छातरो की मभतरता भन ऩा र थी ऩरयचम ऩय ा अचछ नमफयो स ऩास हआ था भातर ऩरयचम स उननीस वषण की आम भ भ छातराधमाऩक फनत - फनत यह गमा था फहत फाद भ ऩता चरा था कक भय जामज़ जगह ऩय एक ऐसी ऩोय रई की रड़की को ककसी मभतनसटय न छातरधमावऩका फनवा ददमा था जजस एक बी वाकम दहनद भ फोरना नह ॊ आता था मरखना तो दय की फात थी उस भॊतरारम न वषण बय फाद भ कोई बी ऩय ा ऩास न कयन क कायण काभ स तनकार ददमा था दहनद बवन का परथभा का छातर था कक १९७७ भ भ परमशण भहाववदमारम भ दहनद छातराधमाऩक सवरऩ इककीस वषण की उमर भ परवश कय गमा था

परथभा का भ भझ आदयणीम ऩजम गरवय ऩॊयववशॊकय कौरसय स ऩढ़न का शबावसय परापत हआ था अतत कशर मशक होन क कायण इनहोन भझ भढ़ रोह को अऩन ऩायस - सऩशण स चभकीरा सवणण फना ददमा था सयकाय सकरो भ दहनद मशक तनमकत होन ऩय बी भ भधमभा का ऩाठ एवॊ गरवय ऩॊ कौरसय का सातनधम ऩान हय यवववाय को दहनद बवन ऩहॉच जाता यहा अचधक छातर होन क कायण तफ सनदय भनयाखन कॉरज भ काएॉ रगी थीॊ भझ सभयण ह उनह ॊ ददनो डॉ परभचनद ओय बायत स भहाभहोऩाधमाम डडगरी अथाणत डॉकटयट परापत कयक भॉय शस रौट थ व बी वहाॉ दहनद ऩढ़ात थ उन ददनो भया सहऩाठी थ - ववदय ददरचनद रारदव अॊचयाज ककतायथ हरास ईशवय ववषणदतत भध शोबना दशयथ वर की भॊगर ऩची याफ़र क भोती परभरार याभखरावन क कय भन ( दो फहन ) नवर फ़राॊस क खशीयाभ खद आदद दहनद बवन भ सभावतणन सभायोह क मरए एक ववशार ऩॊडार फनता था बवन स सटकय एक भॊच का तनभाणण होता था सार भझ माद नह ॊ - भन भॊच स डॉ सय मशवसागय याभगराभ परधान - भॊतरी को बाषण दत सना था अधम थ ऩॊ शभाण जगदमफी साॊसद औय मतनमन र डय उनका एक ववचाय इस परकाय था दहनद बवन भ ऩढ़कय छातर दश बय भ वट - व की शाखाओॊ क सभान गाॉव - शहय भ जड़ ऩकड़ र ऐसा हआ बी

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

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शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

41

परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 9: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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सबा क परधान शरी जमनायामण याम भहाभॊतरी सरज परसाद भॊगय बगत औय सबा - कोषाधम ऩॊ दवायका क बाषण बी सयाहनीम होत थ एक फाय परोयाभपरकाश क जोशीर बाषण स उऩजसथत रोगो न मभनटो तक तामरमाॉ फजाई थीॊ

दहनद बवन भ सादहतम यतन की ऩढ़ाई शर हई थी ऩयनत कभ छातर थ भन दोनो ( तफ दो ह बाग थ ) बागो की तमाय सवमॊ कयना परायमब कय ददमा था हाॉ सॊसकत परशन - ऩतर क मरए भ शतनवाय को दहनद भहासबा जामा कयता था जहाॉ शरीभती ऩखणणभा यघफय मशकषका थीॊ वस भन ऩॊ यववशॊकय कौरसय की परयणाओॊ स मरखना परायनब ककमा था ऩहर - ऩहर तनफॊध जजनह बय का भ ऩढ़ा जाता था फाद भ फार - सखा काॉगरस औय अनयाग भ भय कततमाॉ छऩन रगीॊ ववशषत कहातनमाॉ वषण १९७२ भ दहनद परचारयणी सबा की ओय स भय कहानी - सॊगरह सदववचाय क मरए भझ भॊदोदय याभरार बगत सादहजतमक ऩयसकाय मभरा था अत दहनद बवन न भझ मशक फनामा औय सादहतमकाय बी फनामा दहनद की भय जड़ दहनद बवन ह थी फाद भ अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत अनमानम रऩो भ हई जफ भ १९६७ भ परमशण भहाववदमारम का दहनद छातरधमाऩक था बायत स ऩधाय परो ननदरार जोशी न परथभ वमजकत क रऩ भ परथभ फाय भझ बायत जाकय फीए दहनद ऩढ़न की सराह द थी भन उनह सववनम सभझामा था कक भ

सॊबवत सबी छातराधमाऩको भ सफस अचधक दरयदर था ददन का ऩहना वसतर शाभ को धरता था सफह उस ऩहन कय टरतन ॊग कॉरज ऩहॉचता था फीच भह न भ भागण - वमम एक मभतर स उधाय रकय आना ऩड़ता था परो जोशी औय परो याभ परकाश की परयणा स भन ऩढ़ाई जाय यखी उसी परमशण भहाववदमारम भ भ फाद भ परमशक बी फना था

सोभदतत फखोय जी क ऩरयषद आनदोरन स जड़ कय भन फर - एय की ऩरयषद की अधमता सॊबार थी उनक भाय यन द राऩ वार घय ऩय याभधाय मस ॊह ददनकय एवॊ मशव भॊगर मसॊह सभन स बट की थी सभन जी उजजन क ववकरभ ववशव ववदमारम क उऩ - करऩतत थ वहाॉ स भन १९७९ भ एभए दहनद ( परथभ शरणी ) औय १९८३ ऩीएचडी की थी फाद भ एभआई स ऩीजीसीई बी की थी कहानी कववता मातरा - वतानत रघ कथा फार कहानी आदद ववधाओॊ भ गमायह ऩसतक परकामशत हई गमायह भ स सात ववशव दहनद समभरनो भ बाग मरमा कछ भ शोध ऩतर परसतत ककमा एभफीसी भ यडडमो भॉय शस चनर भ भन वषो तक हय सोभवाय को साढ़ ऩाॉच स छह फज शाभ तक इततहास क ऩननो स शीषणक परोगराभ परसतत ककमा बोजऩय ट वी चनर भ कहानी ऩतथयो क शीषणक स ऩॊदरह मभनट क ऩॊदरह कामणकरभ ककए जो आज बी जफ - तफ परदमशणत होत यहत ह दहनद बवन क छातर सवरऩ भ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 10: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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मशा अचधकाय कपय रकचयाय सीतनमय रकचयाय रखन एवॊ परकाशन ववबागाधम परभख सॊऩादक वसॊत एवॊ रयभखझभ ( १९९७ - २००६ ) बायत दटरतनडाड गमाना सय नाभ औय सवदश भ सादय समभातनत बी हआ वषण २००७ भ नम मोकण क आठव ववशव दहनद समभरन भ भय अवकाश - गरहण क एक सार फाद भानो भददरका क नगीन सवरऩ बायत सयकाय न भझ ऩयान कॊ गार भज़दय को ववशव दहनद समभान परदान ककमा भोताई रोग की दहनद परचारयणी सबा क दहनद बवन भ भय उवणय - तरण रदम भ दहनद का जो फीज फोमा गमा था वह सभम ऩाकय ऩणण रऩ स अॊकरयत ऩकरववत ऩजषऩत औय पमरत बी हो गमा आज २०१९ भ दहनद बवन भ दहनद ऩढ़ यह छातर - छातराएॉ भय इन साभानम उऩरजबधमो - सपरताओॊ को ऩढ़कय ज़या बी पररयत होकय जीवन भ थोड़ा आग फढ़ ऩाएॉ तो भझ अऩाय सॊतोष तजषट औय हषण मभचशरत आनॊद मभरता भहापराण तनयारा क शबदो भ द ख ह जीवन की कथा यह औय कमा कहॉ जो नह ॊ कह बफना भय सवगण नह ॊ मभरता ह न अत सयसवती भाॉ क चयणो की तचछ धर - भाया हॉ हज़ाय भयण जफ ऩामा तव चयण - शयण भय सादहतम औय भझ खफ नकाश गमा जस तनयारा जी को उनक जीवन कार भ होत होग व औय जो तपानो भ उड़ जात ह औय सभम की नद की तज़ नकायातभक धायाओॊ भ फह

जात ह - जजधय अनमाम उधय शजकत होन ऩय बी भय अजम औय कठोय ऩरयशरभ सजननदहत कभो क पर न मभरना तो ववचध क ववधानो क ववरदध होता न अत भय ऩयाजम को ईशवय न सवीकाय ह नह ॊ ककमा कऩमा इन ऩजकतमो को ऩढ़न वार इनह भय गवोजकत मा रदन सभझन की अमम औय सनदय बर न कय दहनद ऩढ़न वार दहनद बवन क भय वपरम छातरो - छातराओॊ स भया ववनमर - सववनम अनयोध ह कक आऩ सबी धमान ऩवणक ऩय नमरता स ऩढ़ डडगरी धाय फन डॉकटयट कय औय ऩीजीसीइ मा एभए बी कय नौकय नाभ भान - समभान औय ऩसा हाथ जोड़ दासो क सभान भहनती औय मोगम रोगो क ऩीछ - ऩीछ मसय झकाए आत ह भया ववशवास कीजजए मह सच ह सॊबव ह औय ऐसा कयन ऩय अवशम सपर होग ऐसा ह भन जफ गय फ भज़दय होकय ककमा तो आऩ बी कय सकत ह

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

25

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 11: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

11

शरी समणदव मसफोयत भॉय शस गणयाजम क

एक सथावऩत रखक व सादहतमकाय ह जजन का अचधकाय ऩदम औय गदम दोनो भ सभान रऩ भ ह फचऩन स ह इनकी रचच यॊगभॊच स यह औय इसी रझान न इनस यॊगकभी क रऩ भ काभ कयवान क साथ दववतीम ववशव दहनद समभरन भ अॊधा मग नाटक क भाधमभ स बायत भ बी परदशणन कयन का भौका ददमा मसफोयत जी दहनद मशक ऩमणवक सभाचाय परसतोता व वाचक क साथ - साथ एभफीसी ट वी ऩय परोडमसय क रऩ भ कामण कय चक ह इनकी कछ शरषठ यचनाएॉ - शीशा - एकाॊकी जजसक रखन स परथभ ऩयसकाय परापत हआ था औय बायत - मातरा का सौबागम बी मभरा था २००४ भ एक पर गनन का - कावम सॊगरह २०११ भ परजा याज यासो - दो नाटको का सॊगरह औय २०१८ भ तीन नाटक औयएक ऩदम भ ह

परसतत यचना भ भ तीन नाटक औय एक ऩय ऩरयचमातभक व सभीातभक ववचाय परसतत कयन का दससाहस कयन जा यहा हॉ दयअसर मह यचना भॉय शस क सादहतम भ एक तनयार यचना ह कमोकक ऩदम भ नाटक मरखन की ऩयमऩया महाॉ तो नह ॊ ह कपय बी शरी समणदव मसफोयत न ऐसी परसततत स नएऩन का ऩरयचम ददमा ह इस नाटक की ऩसतक भ चाय सनदय

नाटको का सभावश ह परथभ नाटक भहान सादहतमकाय यवीॊदरनाथ ठाकय की कहानी ऩोसटभासटय क आधाय ऩय ह दसया हासम वमॊग रखक हरयशॊकय ऩयसाई क दठठयता हआ गणतॊतर तीसया हभ बफहाय स चनाव रड़ यह ह को कषण चनाव रड़ यह ह शीषणक स नाटमरऩाॊतयण ककमा ह चौथा नाटक कहानी समराट परभचॊद की कफ़न कहानी ऩय आधारयत ह तीनो नाटक अऩन आऩ भ भहतवऩणण ह नाटककाय समणदव मसफोयत एक यॊगकभी यह चक ह उनह नाटक क साय टकतनक यॊग भॊच क साज - सजा परकाश सॊवाद व धवतन आदद का परमोग कस ककमा जाता ह सफका ऩता ह इसीमरए उनहोन इन सबी को धमान भ यखकय नाटको को मरखा ह ऩहर नाटक ऩोसटभासटय भ नोफर ऩयसकाय परापत गीताॊजर स ऩाॉच गीतो का बी परमोग ककमा ह औय अचधक यसीरा फना ददमा ह नाटक की गमबीयता फनाए यखन क मरए नाटककाय न ककऩना का सहाया बी मरमा ह दसय नाटक को इॊसऩकटय भाताद न चाॉद ऩय शीषणक को फदरकय इॊसऩकटय भायसमस चाॉद ऩय यखा हासम वमॊगम शर भ साभाजजक व याजनीततक सभसमाओॊ को योचक ढॊग स रखक न परसतत ककमा ह तीसया नाटक परभचॊद की शरषठ कहानी कफ़न को नाटक रऩ दकय कावम शर भ फहत योचक ढॊग स नाटककाय न परसतत ककमा

रखक व कवव शरी समयदव ससफोयत mdash आनॊद तीन नाटक औयएक ( ऩदम भ )

12

ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

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गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

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सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 12: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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ह कथावसत तो वह ह ऩयनत कावम रऩ भ जजस ढॊग स मसफोयत जीन परसतत ककमा ह वह अदववतीम ह चौथ नाटक भ शरी कषण जी को बफहाय भ अवतरयत कयान क फाद ऩातरो क आधाय ऩय नाटक का ववकास कछ याजनीततक सतय को धमान भ यखकय मरखा गमा ह अॊत भ मह सॊकत मभरता ह कक कषण एक ईशवय क रऩ भ ह आयमब औय अॊत भ कषण की जानकाय द जाती ह

नाटककाय न इन नाटको भ पराचीनता को नवीन शर भ ढारकय परसतत ककमा ह नाटक क साय ततवो को धमान भ यखा गमा ह ऩसतक ऩठनीम होन क साथ - साथ इन नाटको को भॊच ऩय परसतत बी ककमा जा सकता ह भॊच ऩय परसतत होन ऩय इस भ ज़मादा जीवॊतता आ जाएगी मसफोयत जी की कोमशश औय परसततत क मरए फधाई एवॊ आबाय परकट कयन स हभ दहचककचा नह ॊ सकत

भॉय शसीम दहनद सादहतम को सभदचध परदान कयन क मरए इस उमर भ बी ऩसतक परकामशत कयवाकय इनहोन मसदध कय ददमा ह कक इनको दहनद बाषा औय दहनद सादहतम स ककतना रगाव ह इसक दो शबद परो ववनोद कभाय मभशर दववतीम ववशव दहनद सचचवारम क भहा सचचव न गागय भ सागय बयत हए योचक ढॊग स मरखा ह औय सटॉय ऩजबरकशन नई ददकर न आकषणक ढॊग स परकामशत ककमा ह ऩसतक का सह उऩमोग होगा ऐसी हभाय आशा ह रखक शरी समणदव मसफोयत को फधाई औय बववषम क मरए शबकाभना ह

भॉयीशस १

परथभ परणाभ करॉ िहभसता शयदा को जाको कऩा कोय फन बफगड़ा काभ ह

याभ को परणाभ करॉ शमाभ को परणाभ करॉ जाको कऩा बायतीम सॊसकतत रराऩ ह

चगयमभदटमो की वमथा साहस औय शौमण - कथा को परणाभ जात भॉय शस सयनाऩ ह

ऩाॉच सहसतर भीर दय दकषण बायत स भॉय शस दश ऩरयवश को परणाभ ह

२ ज ज फजयॊग फोरो भॉय शस दहनद - चरो

बफयाजत जहाॉ घय घय हनभान ह दहनद औय दहनदतव की या हत सजग हव

भॉय शस अवऩणत कयता तन भन पराण ह बायत - ऩरयककऩना ककऩना साकाय भई ववशव दहनद उतसव दशभ कमा शान ह दहनद परचारयणी सबा भॉय शस भधम हभ बायत स अऩक कय दहनद गणगान ह

३ बायतीम उचचामकत भहा भदहभ ठाकय

शरी वय परभम जो को कोदटश परणाभ ह ववशव दहनद सचचवारम भहा सचचव जो ह परोफ़सय ववनोद कभाय मभशर को परणाभ ह शरी ववकास ओय जो भॉय शस जनता जोय साॊसद औय ऩीऩीएस भॊतरी को परणाभ ह

याषटर तनयभाता मशव सागय याभगराभ भॉय शस जनता रद तॊतरी को परणाभ ह

डॉ ओभ परकाश शकर अभीऩ

13

गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

25

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 13: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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गीत तभ गम हो छोड़कय भझको अकरा माद का भ कपन ओढ़ जी यहा हॉ भ कबी था शमाभ की फॊसी भनोहय औय तभ थ याचधका क अधय पमार

भ कहॉ शीश-भख तमह अववधा रगगी

वमॊजन न अथण अऩन खद उछार वमथण ऩीड़ा कसभ अफ कस रटादॉ

भ इनह का ऩॊखय यस ऩी यहा हॉ

सतम मग फीता की रगता फात की ऊॉ गमरमाॉ ह कश कार धन साधन भ

गीत भय गनगनात थ कबी तभ कोमरो का झणड जमो गम बफजन भ अफ वह ी सॊगीत रगता शोय भझको ककनत भ व गीत गाता ह यहा हॉ

कमा बरा तन ददम व ददन ऩखर सतम डार ऩय कबी हभ नाचत थ शोक हो मा हषण की कोभर कथाएॉ सतम दज स जजनह हभ फाॉचत थ उड़ गम तभ छोड़कय म दश भया

भ कह ॊ कपय नीड अऩन सी यहा हॉ

पमाय का द ऩक जराकय तभ न रौट भ सरब सा आज ऩर ऩर जर यहा हॉ

भतम स ऩहर कबी तभस मभरॉगा ऩय ह असभथण कपय बी चर यहा हॉ

आऩ कनक ढरन रगी ह उमर तन की सवाॉस की भददया मरए साकी यहा हॉ

कयण कभाय कनक

भानवता मग क फदराव भ

आ गमी कसी तीवरता भानव भानव न यहा

कहाॉ खो गमी भानवता

अॊग - परतमॊग स तो रगत ह हभ भानव ऩय सवबाव मदद दख

रगत ह अचधकतभ दानव

धभण गरॊथो न हभाय गाए गणगान भानव क ततनक खद स ऩछ तो

कमा ह अचधकाय हभ इस ऩद क

बागत यहत ददन - यात हभ जान कमो भानवता स दय

पॊ सत जा यह भोह - भामा भ कमा हभ ह इतन भजफय

सभम न यहा सोन का अफ जागो शीघर खोरो आख

मवाओॊ का बववषम ह दाव ऩय मसखाओ इनह भानवता की फात

औय कछ मदद हभ न कय ऩाएॉ तो पररयत कय इनह सतसॊग की ओय

अवशम जागगी भानवता इनभ ददखगी हभ आशा की बोय

कववयाज फाफ रारभाट

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सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

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बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 14: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

14

सबी को जान पमायी ह याकश तभ इतन भासभ जीव जनतओॊ की

जान कमो रत हो मह अचछी फात नह ॊ ह आज हभाय ऩास सफ कछ ह

मह भया शौक ह इन सऩणभीनो को भायन भ भझ फड़ा आनॊद का अनबव होता ह याकश न अऩनी ऩतनी ददवमा स कहा

याकश ददवमा सच कह यह ह तभ तो उसका उऩबोग नह ॊ कयत भासभो औय फज़फानो की जान रन स ऩाऩ रगगा उसकी आतभा तड़ऩगी उस की खाभोश - फददआएॉ रग जाएॉगी उनका बी तो अऩना ऩरयवाय ह

वऩताजी बगवान न इन सफ को हभाय ह मरए फनामा ह

इतना फोर कय साढ़ आठ फज याबतर भ काॉटा - चाया आदद रकय फास र र की ओय चर ऩड़ा ऩहॉचत ह उसन एक मसगयट सरगामी औय उतोजीभन डी फाफा का नाभ मरमा कपय ऩानी भ काॉटा प क ददमा एक घॊट तक काॉट क चाय को भछर झीॊगा मा एक चीॊगड़ी न बी नह ॊ छआ वह छोट फोतर फराश चोय स डार रामा था एक एक घॉट चढ़ाता गमा औय एक दो भॉगपर भॉह भ डारता गमा उसस ससती आन रगी कफ ऩरक झऩक गई ऩता तक नह ॊ चरा परतीा कयत हए नामरन की डोय अऩन ऩयो भ रऩट मरमा था

एकाएक उसन अऩन आऩ को झटक स ऩानी भ ऩामा ऐसा रगा कक ककसी न उस ढकर ददमा हो मा ऩानी स खीॊच ददमा हो वासतव भ एक फहत फड़ी सऩणभीन न अऩन फचाव क मरए छटऩटाना शर ककमा था इसी उकटन - ऩकटन भ याकश को फय तयह उरझा ददमा था इधय घय ऩय दय तक याकश क न रौटन ऩय तराश शर कय चक कई घॊटो फाद एसएभएफ़ क जवानो न डोय स उरझी राश फहय तनकर दखत ह दादा क भॉह स तनकर गमा - कबी कबी फड़ो की फात भान रनी चादहए

ददवमा औय उसक दो फचच पपक - पपक कय यो यह थ

जसी कयनी वसी बयनी गाॉव भ भामा गोगा नाभ

स परचमरत हो गई थी फट की शाद क ददन क दराभ न तो उस बगवान का दजाण द ददमा उस बगवान का दसया रऩ सभझन रग दयअसर फट जस ववदाई क सभम अधभर हो गई जजस छत ह गोगा न चॊगा कय ददमा कई गाॉव शहय क रोग वहाॉ जट थ इस मरए मह फात आग की तयह पर गई अफ तो वह गोगा डॉकटयनी स जान जान रगी ददन यात सपताह का मा शतनवाय - यवववाय मा आभछटट क ददन ह कमो न हो गाडड़मो का ताॉता रग जाता था ककसी बी काभ क मरए कभ स कभ ३००० की यकभ रती थी ऊऩय स भगाण मा फकया ऐॊठ रना जस साधायण सी फात हो

एक ददन भधरयमा द द न जोश भ आकय कह ददमा

भामा तभ जो कय यह हो अचछा नह ॊ ह कबी ककसी की हाम रग जाएगी

तभ रोग अऩन काभ स काभ यखो भया चककय कोई नह ॊ कय सकता

कछ ह ददनो फाद उसक ऩतत ववजम न गरती स ऩानी की फोतर की जगह ज़हय ऩी मरमा औय जान स हाथ धो फठा ववधवा होन क फावजद बी वह अकड़ती यह औय एक मवा को पाॉस मरमा तीन फदटमो की शाद क फाद फट का बी बमाह कय चकी थी फटा भाॉ क ऩसो स ऐश कयता खान - ऩीन घभन क अरावा कछ जानता ह नह ॊ था हय सभम अधनश भ ह द खता था एक यात घय रौटत सभम वह दघणटना कय परब को पमाय हो गए भामा न फह को भामक बगा ददमा अफ वह अकर फड़ घय भ यहती थी कछ ददनो फाद मवक न गोगा का साया साभान फटोया औय चरत फना भामा उपण गोगा को रकवा भाय गमा वह जीवन भ अकर फचाय टवय की तयह यह गई

उस दखकय मह कहत - जसी कयनी वसी बयनी

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

16

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 15: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

15

बगवन शरी याभ जी क चयणो भ शरदधा ऩवयक ननवदन ह

ककस न दखा याभ रदम की घनीबत ऩीड़ा को कह बी जो न सक ककसी स उस गहय ऩीड़ा को

कमा म सफ करणा क फदर मभर याभ क भन को आदशो ऩय चरकय ह तो ऩामा इस ऩीड़ा को

भन कयता याभ तमहाय द ख का अॊश चया रॉ

ऩहर ह कमा कभ द ख झर कस तमह ऩकारॉ कपय बी तभ करणा तनधान ह फन हए हो अफ बी ऩय उस करणा भ कस भ अऩन कषट मभरा दॉ

याभ तमहाया रदम रौह धात स अचधक कदठन ह

वऩघर सका न ककसी अचगर स कसी भखण कदठन ह आई होगी फाढ़ रदम भ ढयक होग आॊस

शामद आॉख रकी न होगी फशक रदम कदठन ह

ककसस कहत याभ वमथा जो भन भ उनक गहय आदशो की कस कस ववभर ऩताका पहय

इसस ह तो याभ याभ ह याभ नह ॊ कोई दजा

भाता सीता क शरी चयणो भ

दो साॊसो क मरए जजॊदगी कमा-कमा झर गमी थी ऩवणत स टकया सीन ऩय कमा-कमा झर गमी थी

ऩय जफ आॉस चगय धया उनस फोखझर डोर वयना सीता जसी दवी कमा-कमा झर गमी थी

वद वमचथत

भहादव ह भहादव

ह भहादव ह मशव शॊब बतररोकनाथ

भ आज खड़ा हॉ तय दवाय सोचता हॉ

कमा करॉ अऩणण तझ

ह भहाशजकत ह ऩयभशजकत त ह वमाऩक

नब जर थर भ तया सवरऩ ह अनादद अनॊत त ह परकतत क कण - कण भ

अगखणत रऩो भ जगती भ पर ह

फस तय भामा

त तनयाकाय त ह साकाय

अखखर ववशव भ त छामा

त दशमभान जस सयज त अदशमभान वाम जसा

ह सऩणवमाऩी ह भहापरब

ह जगजननमॊता जमोतत जराओ

परऻा की भय भन भ हो दय अॉधया

औय बावना क ऩषऩो शरदधा की ऩतरावर स

भ करॉ ऩजन अचणन तया

डॉ अरण खवरयमा

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 16: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

21

उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

24

1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 17: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

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नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 18: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

22

हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 19: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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कई रोग उधय स गज़य दाढ़ - वारा वह आदभी जो पटऩाथ ऩय ऩड़ा घॊटो तक वसा ह ऩड़ा यहा कई याहगीयो क ऩयो व जतो स वह टकयामा ठोकय खाई कई रोगो की दजषट उस ऩय ऩड़ी भगय ककसी न उस ऩछा तक नह ॊ रोग उसस दखकय अऩना भॉह पय रत उस आदभी क भॉह स राय फह यह थी जजसऩय भजकखमाॉ मबनमबना यह थीॊ

दाढ़ वारा मभयगी फीभाय का मशकाय हआ था न जान कफ औय कहाॉ मह फीभाय उस घय दफोचती थी कबी सड़क ऩय कबी आग क ऩास तो कबी ऩानी भ

उस ददन वह फड़ा दफणर हो गमा था दो फाय चककय आए थ औय चगयकय भग की तयह छटऩटा यहा था अचत क फाद सचत हआ तो राख कोमशश कयन ऩय बी दफणरता क कायण वह उठ न ऩा यहा था ऩड़ा - ऩड़ा वह दतनमा क रोगो की कटता का अनबव कय यहा था चगय को कोई उठाता नह ॊ उनह ठोकय भायकय चर जात ह ककतन तनषठय ह दतनमा क रोग वह भन ह भन यो यहा था

साहस फटोयकय इस फाय वह उठन का ऩया मतन कय ह यहा था कक ककसी क ऩयो स टकयाकय उरट गमा झनाक स उसकी जफ स कछ रऩम चगयकय रढ़क गम इस फाय याहगीय दाढ़ वार की ओय भड़ा उसक ऩास आमा बय नज़य उस

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कहानी साहहतम ववबनत ndash रोग

डॉ इनरदव बोरा इनरनाथ

20

नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

fQLl~ nsuk eqfLdks fcuk ugha jg ldsA vkf[kj---ml csodwQ yM+ds ds kj] d cqf)eती fcfVk dk vkxeu tks gqvk FkkA

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y[kuAringamp226010] mRrj iznsrdquokA

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 20: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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नीमरभा जफ स भय जजॊदगी भ आई तफ स भन दखा कक उस सजन सॊवयन का भौज- भसती का खच का फहत शौक यहा ह अऩनी जजॊदगी को फहत ह जजॊदाददर स जीना चाहती थी नीमरभा

आज बी माद ह भझ जफ ऩहर फाय भ उसस मभरा था तो बी उसन फहत ह सटाइमरश डरस वस ह भचचॊग जत शरॊगाय की चीज ऩहनी हई थीॊ रककन सर क क साथ फहत सॊदय रग यह थी वह उसक फाद भराकातो का दौय शर हआ औय जजतना भन उस जाना फहत ह बफ ॊदास रड़की थी रककन अऩनी भमाणदाओॊ का ऩारन बी उसी मशददत क साथ कयती थी अऩनी ऩसॊद औय अऩनी इचछाओॊ को बी साथ- साथ रकय चरती थी

मह कहती थी कक अय जजॊदगी तो एक ह मभर ह भय भयन क फाद भझ कौन माद कयन वारा हऔय उसका भझ कमा पामदा मभरगा

जीत जी भ अऩन शौक तो खद ह ऩय करॊ गी ना भझ कमा चादहए मह तो मसपण भ ह जान सकती हॉ फता सकती हॉ ना औय जहाॊ तक हो सकता ह भ दसयो की इचछाओॊ का औय अऩन कतणवमो का बयऩय समभान कयती हॉ तो कपय भय खशी स जीन भ ककसी को कोई आऩवतत कमो होगी

इस तयह की थी नीमरभा शाद क फाद बी शर-शर भ उसन सबी शौक ऩया कयन का मसरमसरा जाय यखा भानो अऩनी छोट सी फाहो भ ऩय आसभान को ऩय कामनात को सभटना चाहती थी हभ दोनो ह फहत खश थ

कपय हभाय खशी का ऩरयणाभ साभन आमा औय नीमरभा गबणवती हई धीय-धीय एक रड़की को औयत फनत भन इस कदय ऩहर फाय दखा था ककस तयह एक भसत भौरा रड़की छोट -छोट जजमभदारयमो को औय जमादा गहयाई स सभझन रग गई थी ककस तयह उसभ भभता तमाग क बाव जागन रग थ ककस तयह दसयो की खशी को जमादा भहतव दन रगी थी

धीय धीय वह सभम बी आमा जफ हभाय परथभ सॊतान सऩना हभाय गोद भ आई ऩहर फाय जफ भ उस दखन नमसिग होभ गमा तो नीमरभा का जो ऩरयवततणत रऩ भन दखा उसका वणणन कयना भय शबद सीभा स फाहय ह ककस तयह एक रड़की एक भाॉ फन कय अऩन आऩ भ सफ कछ सभट रती ह जफ नीमरभा क घय आन ऩय भन उसका सवागत कयन क मरए औय उसक भाॉ फनन ऩय उस सोन की चन तोहप भ द तो परतमततय भ जो उसन कहा उस सनकय भ ठगा सा यह गमा

ऩरयवतयन mdash डॉ ववदषी शभाण कहानी

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

25

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 21: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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उसन कहा फहत सॊदय ह सॊबार कय यख दो इसकी शाद भ काभ आएगी अबी स जोड़ना शर कयग तबी तो काभ फनगा

एक ददन भ इतना ऩरयवतणन शामद ह कबी दखन को मभरा होगा कहाॉ एक रड़की जो मसपण अऩन मरए जीती थी एक ह ददन भ रड़की की भाॉ होन ऩय उसभ इतना ववशार ऩरयवतणन उसकी सोच भ उसकी बावनाओॊ भ उसक परभ भ उसकी भभता भ उसक तमाग भ औय कमा कहॉ भ मह ह एक रड़की की भाॉ होन का दातमतव औय अनकहा अनफझा ऩरयवतणन

मह ऩरयवतणन सजषट को आधाय परदान कयता ह औय हभ सफ को इस सभाज को एक अदशम फॊधन भ फाॊध यखता ह मह ऩरयवतणन अवशमॊबावी ह सजषट चकर को चरान क मरए औय मह सफ दखकय भ नतभसतक हॉ उस ईशवय क साभन जो इन सफको फड़ ह सहज ढॊग स अनादद कार स चराता आ यहा ह औय आग बी ऐस ह चराए भान फनाए यखगा कफ तक नह ॊ ऩता

मह ऩरयवतणन परकतत का तनमभ ह औय जीवन का आधाय इसी ऩरयवतणन भ सभमताएॉ सॊसकततमाॉ य तत रयवाज सफ कछ ऩनऩता ह कई नवाॊकय परसपदटत होत ह औय सभम का ऩोषण परापत कय ऩजषऩत ऩकरववत होत ह

मह ऩरयवतणन साथणक ह सपर ह सखदामक ह परदामक ह सॊतजषट दामक ह औय कमा कहना

कपय इनह ॊ सफ क साथ हभ सजषट चकर भ फॊध हए ह उसी क साथ चर यह ह फह यह ह तनफाणध गतत स एक नए ऩरयवतणन की ओय तनयॊतय अगरसय हो यह ह एक सपर ककमाणकाय ऩरयवतणन सॊतजषट दामक ऩरयवतणन की ओय

डॉ ववदषी शभाण

अकादमभक कॉउॊ सरय IGNOU

ऩषठ 19 स फाकी (सादहतम ववबतत-रोग)

दखा औय उस उठान रगा दाढ़ वार क रदम क ढाढ़स फॊधा कक चरो ककसी को भझऩय दमा आई भय हारत ऩय ककसी न तयस खामा

वह सोचता हआ याहगीय क सहाय उठ खड़ा हो यहा था कक उसन (याहगीय न) उसकी कभीज़ की जफ भ हाथ डारा औय ऩचास रऩए दवाइमाॉ खय दन क मरए यख थ र मरए औय उसस ऐसा धकका ददमा कक वह फचाया भॉह क बय चगया औय रह रहान हो गमा हाॉ इस फाय वह ऐसा चगया कक कपय कबी उठ ह नह ॊ सका

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

41

परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 22: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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हभ सफ मह जानत ह कक कोई बी फोर एवॊ बाषा सभाज की य ढ़ होती ह औय म हभाय धयोहय ह इस समफनध भ सवगीम याषटरऩतत डॉ सवऩकर याधाकषण न कहा था कक फोर मा बाषा भातर शबद नह ॊ ह मह सॊसकतत का ऩमाणम ह फोर कवर फोर जाती ह औय बाषा मरखी जाती ह इसमरए फोर को बाषा क रऩ भ ववकमसत कयन क मरए सभ मरवऩ का होना बी अतमॊत आवशमक ह आज ववमबनन परकाय क ववषमो स समफॊचधत साभगरी सॊऩणण ववशव भ मरवऩ क भाधमभ स ह उऩरबध ह बाषा भ ऩयसऩय समफनध होना बी आवशमक ह धवनमातभकता की दजषट स दवनागय मरवऩ योभन तथा अनम मरवऩमो की अऩा अचधक ववमशषट ह इस फात ऩय गौय कयत हए हभाय ववदवानो न दहनद क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय ककमा था आज साय ववशव भ दहनद की ऩढ़ाई दवनागय मरवऩ क भाधमभ स हो यह ह दहनद क अततरयकत बायत भ सॊसकत भयाठी नऩार कोकणी मस ॊधी आदद बाषाएॉ औय उततय बायत की िज हरयमाणवी अवधी बोजऩय याजसथानी आदद फोमरमाॉ बी दवनागय मरवऩ भ मरखी जाती ह इसमरए आज दवनागय मरवऩ बायत की परभख मरवऩ ह दवनागय मरवऩ की सयरता रखन तथा उचचायण भ सऩषटता सवयो

औय वमॊजनो की करभऩणण वमवसथा वऻातनकता आदद ववशषताओॊ को दखत हए भहातभा गाॊधी औय सॊत ववनोफा बाव न बी मह कहा था कक बायत भ दहनद तय बाषाओॊ की अऩनी मरवऩ यह साथ - साथ याषटर म सतय ऩय अततरयकत मरवऩ क रऩ भ मदद दवनागय मरवऩ को बी सवीकाय ककमा जाता ह तो दकषण औय उततय ऩवण की फोर व बाषाओॊ क मरए सभानाॊतय मरवऩ क रऩ भ दवनागय मरवऩ बी उऩमकत हो सकती ह इसस बायतीम जनभानस सादहतम एक दसय बाषा औय सॊसकतत क अतत तनकट आएगा जजसस उनका चहभखी ववकास तथा सॊयण ह सॊबव होगा इसस बायत की याषटर म एकता की कड़ी दहनद क साथ - साथ दवनागय मरवऩ बी यहगी आज बायत भ जनजाततमो की फोमरमाॉ ववरपत होन की जसथतत भ ह जफकक हभाय याषटरवऩता भहातभा गाॊधी बी भातबाषा क दहभामती यह ह फोमरमो का सभापत होना सॊसकतत का अॊत होना ह इसका भखम कायण ह कक म फोमरमाॉ कवर भौखखक यह ह इन फोमरमो को सयकषत यखन क मरए इस फात ऩय ज़ोय दन की फहत ह आवशमकता ह कक जजन जनजाततमो की फोमरमो क मरए आज तक मरवऩ सवीकाय नह ॊ की गई ह उनह दवनागय मरवऩ सवीकाय कयन क मरए हभ पररयत कयन की आवशमकता ह जो उन फोमरमो

हहनदी हहनदीतय बाषाएॉ जनजातीम फोसरमाॉ औय दवनागयी सरवऩ mdash डॉ याभचनदय यभश आमय

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

बायतीम सॊसकतत की ऩहचान बायत की रोक सॊसकततमाॉ ह औय दहनद क ववकास का आधाय बी रोक फोमरमाॉ यह ह बायत की आज़ाद क फाद फोड़ो आददवासी सभाज न अऩनी बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय ककमा ह जो बायतीम सॊववधान की आठवीॊ अनसची भ बी शामभर ह उकरखनीम फात मह ह कक दकषण बायत भ फसी हई फॊजाया जनजातत जजनह गोय रॊफाड़ी रॊफानी रमफाडा रभाणी सगार मा सकार बी कहत ह उनहोन बी दहनद की हो यह परगतत को दखत हए फॊजाया फोर क मरए दवनागय मरवऩ को अॊगीकाय कय मरमा ह इस तयह मदद बायत की ववमबनन जनजाततमाॉ अऩनी फोर बाषा क मरए दवनागय मरवऩ को सवीकाय कय रती ह तो इसस दश की दहनद तय बाषाएॉ औय फोमरमाॉ दहनद को सहमोग कयगी एवॊ भखमधाया भ शामभर होगी औय एकता की ओय अगरसय बी होगी इस परकाय स मदद हभ

दखग तो दहनद अऩन ववकास क मरए उनक शबदो को बी आतभसात कयत हए आग फढ़ती यहगी दहनद बायत सॊघ की याजबाषा ह औय साथ - साथ कछ याजमो की बी याजबाषा होन का बी गौयव परापत ह

बायत क सॊववधान क अनचछद ३५१ भ इसी फात ऩय ज़ोय ददमा गमा ह कक दहनद ववकास क मरए आठवीॊ अनसची भ ववतनददणषट बायत की अनम बाषाओॊ भ परभख रऩ शर औय ऩदो को आतभसात कयत हए औय जहाॉ आवशमक मा वाॊछनीम हो वहाॉ उसक शबद - बॊडाय क मरए भखमत सॊसकत स औय गौणत अनम बाषाओॊ स शबद गरहण कयत हए उसकी सभदचध सतनजशचत कय हभ आज इस फात ऩय ववचाय कयना ह औय दहनद क ववकास क मरए जनजाततमो की फोर क शबदो को बी आतभसात कयना होगा तबी हभ साभामसक सॊसकतत का तनभाणण कय ऩाएॉग इसी आशम स सयकाय इस ओय धमान दकय जनजाततमो को परोतसादहत कयती ह तो दवनागय मरवऩ क भाधमभ स दहनद क तनकट दहनद तय एवॊ जनजाततमो की फोर बाषाओॊ को रान भ हभ सपर होग औय इस परमास स ववशव दहॊद समभरन क उददशम को साकाय कयन भ बी हभ सपरता परापत होगी

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

fQLl~ nsuk eqfLdks fcuk ugha jg ldsA vkf[kj---ml csodwQ yM+ds ds kj] d cqf)eती fcfVk dk vkxeu tks gqvk FkkA

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y[kuAringamp226010] mRrj iznsrdquokA

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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क मरए उऩमकत बी ह मदद ककसी बी दश मा सभाज की फोर मा बाषा खतभ हो जाती ह तो इसस उसकी साॊसकततक ऩहचान बी सभापत हो जाएगी वतणभान सभम भ चचॊता का ववषम मह बी ह कक अफ तो जनजाततमो क फचच बी अऩनी फोर सीखन स कतयान रग ह इसस रोक सॊसकततमाॉ खतभ होती जा यह ह भानव सभाज की साॊसकततक ऩयमऩयाओॊ को रोक सादहतम क भाधमभ स जीववत यखना सभम की आवशमकता ह

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3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

42

हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

43

वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 24: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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1चाॊदनी क पर--- आज बी जफ कबी जाती हॉ अऩन गाॉव फठ जाती हॉ आमर व ो की छाॊव भ जजसन दखा ह भया फचऩन जजसन द ह भझ शदध हवा ताज पर औय ढयो सनहभमी थऩककमाॉ बर कय सफ कछ फततमाती हॉ अनकमादो स आत सभमर आती हॉ कछ सखी रकडड़माॉ समभधा क मरए 2 चन क सभन चढ़ाइए-- चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह सफको गर रगाइए म ददर की जभीॊ ह नपयत को बर जाइए म ददर की जभीॊ ह कोई परीत गनगनाइए म ददर की जभीॊ ह काॉटो को बी हटाइम परो को चन राइम म ददर की जभीॊ ह परो स भन सजाइम म ददर की जभीॊ ह चन क सभन चढ़ाइए म ददर की जभीॊ ह

3वो तभ हो--- वो जो हॉसत सभम तमहाय गारो ऩय बॉवय ऩड़ता ह न ऐसा रगता ह जस ककसी नद की तनशछर धाया फह यह हो औय जफ फोरत हो तो ऐसा रगता ह ऩय दतनमा शाॊत हो गमी ह अनहद नाद फजता ह कवर तमहाय आवाज सनाई दती ह ककसी नद की गहय औय सतत परवाह की तयह 4 यात की फची योटी--- उसन यात की फची योट मसर ऩय वऩसी नभक मभचण क साथ खाई औय कई ददनो की धा मभटाई भहॊगाई क कायण दार-सबजी नह खय द ऩाई सख की वजह स नह उऩजा अनाज सख गई हय पसर उस नह ॊ भारभ भदरा सपीतत कमा ह कमा होता ह शमय फाजाय उस म बी नह ॊ ऩता

तीन तराक कमा होता ह सोना ककतना भहॊगा ह ओफाभा कौन ह उस फस इतना ऩता ह कक योट की भहक कसी होती ह फाजय की योट रार गहॉ की सपद चावर चाॊदनी की तयह उस म बी नह ॊ ऩता कक उसक कमा अचधकाय ह इस परजाताॊबतरक दश भ वऩजजा फगणय नडर कबी सऩन भ बी नह ॊ दखा उस तो भीठी रगती ह मसर ऩय वऩसी तयकाय औय फाजय की योट

डॉ अनयाधा ओस मभज़ाणऩय उततय

परदश बायत

09451185136

डॉ अनयाधा ओस की दो-चाय ऩॊजकतमाॉ

Editor Pankaj Magazine Hindi Bhawan Road LongMountain Mauritius Email hindipracharinisabhahotmailcom

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26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

40

दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 25: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

47

हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 26: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

26

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

fQLl~ nsuk eqfLdks fcuk ugha jg ldsA vkf[kj---ml csodwQ yM+ds ds kj] d cqf)eती fcfVk dk vkxeu tks gqvk FkkA

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

47

हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 27: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

27

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

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फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

40

दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 28: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

28

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ऩषठ 32 ऩय फाकी

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 29: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

29

1 कसा असबनम

ककतना भजशकर हो चरा ह बावो का

बावो की बाषा ऩढ़ ऩाना बफन कह बफन सन

अॊतभणन की थाह ऩा जाना बावो स जड़ खर खरकय तनत नए सवाॊग यच यचकय

अमबनम कयता मह इॊसान हो कोई रयशता ददर का मा चरत रयशत नातो का

बय यहा नए - नए सवाॊग फस तनबान को रयशत आज का हय इॊसान

न कोई सयरता न कोई सादगी सभझन को न कोई अऩनान को

फस बीड़ भ बीड़ फन

खो यहा मसपण खो जान को ओढ़ कय जजस सवाॊग को भॊच ऩय अमबनीत कय यहा सवमॊ ऩय ह रगा भखोटा सवमॊ को ह छरता ऩहर

कपय दज को छर यहा बावो की सहज-सी

सादगी को छोड़

बावववह न होकय जान कौन स अमबनम मह कय यहा

ख़द को ह ख़द स

छरकय ववदरऩता क सोऩान एक एककय चढ़कय

ववजजत सवमॊ को सोच यहा

2 सची

भन की सची स ददर स जड़ एहसासो की सची कछ इतनी सॊकीणण यह गई कक चगनती क रयशत ददर भ दजण हए फाकी भन स जड़ रोगो की पहरयसत फहत आभ - सी हो गई फस भन को ऩसॊद फातो स फहरा फहराकय जजनदगी -

फहत खास होकय बी फहत आभ -सी ह गजयती गई एहसासो क भयत ह ददर की सची कछ ह रोग स शर हो कछ ह रोगो ऩय खतभ हो एक परशनचचहन रगा गई आज की भानमसकताओ की फमरवद ऩय भन की सची आग तनकर ददर को कह ॊ छोड़ गई फस मह रयशतो भ आज चचटकन की गॊज फनकय सवणतर बफखय यह

परगतत गपता 58सयदाय करफ सकीभ जोधऩय -342001 फ़ोन 09460248348 भरpragatiguptarajgmail com

30

भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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ईesyampramnaginamaurya2011gmailcom

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

38

अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

47

हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 30: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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भॉयीशसीम हहनदी साहहतम भारा भ औय दो कड़िमाॉ जिीॊ सथानीम दहनद सादहतम तथा ववशव दहनद

सादहतम जगत भ शरी धनयाज शमब की दो नई

ऩसतक जड़ गमी ह अजसभता सौ कववताओॊ का

सॊगरह औय एक औय एहसास गज़र सॊगरह २८

जनवय २०१९ को करतर मतनवसीट क सीनट

सबागाय भ दहॊद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फध कोषमाधमशक शरी टहर

याभद न कवव गज़रगो व दहनद परचारयणी सबा क भहा सचचव शरी धनयाज शमब

कामण कारयणी सदसमो ववदवानो ऩीएचडी क छातरो तथा कववमो रखको

सादहतमकायो क सभ इन दो ऩसतको का रोकाऩणण बायत क हरयमाणा याजम भ

ककमा गमा रोकाऩणण का कामण परो ऩषऩा यानी क कयकभरो दवाया हआ अजसततव

धनयाज शमब जी की चौदहवीॊ ऩसतक ह जजसभ कवव न आधतनक सभाज

वमजकत ऩरयवाय ऩमाणवयण भानमसक तनाव आदशणवाद क हनन नफ़यत औय घणा

क फढ़त कदभ दश परभ मवको की चगयती व उठती जसतचथ वदध जनो क समभान

नाय धमभणता बफगड़ती जसतचथ बाषा - सॊसकतत - या आदद ऩय फहत गहयाई स

अऩनी अमबवमजकत का ऩरयचम ददमा ह डॉ करभ ककशोय गोमनका न इस कावम

सॊगरह की बमभका क दो शबद भ अऩनी अमबवमजकत इस परकाय द ह

व इस टाऩ क दहनद कवव ह ऩयनत उनकी अनबततमो भ भॉय शस दश सभाज

वमजकत परकतत तमोहाय भानवीम ववतत आदद कछ वजशवक परशन औय सभसमाएॉ बी

मभरती ह जो ऩय भानवता को अऩन ऩरयदशम भ यखत ह इॊसातनमत औय इॊसान

की या सॊसाय को सवगण फनान की आकाॊा ह जजसभ परभ अऩनाऩन सहामता

सदबावना सहचामण सॊसकतत मशषटाचाय सयरता ऩववतरता आतभीमता दशबजकत

सहनशीरता आदद भानवीम गणो की अमबवमजकत ह अजसततव चाहा एकयोज़

भ न बी महाॉ शाॊतत का वातावयण होगा पमाय का खखरता हआ चभन होगा सख

31

शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

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एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

tksM+kA og tkurk Fkk] iRuh us s ckrsa etkd esa gh dgh gksaxh] lhfjWlyh ugha fQj rks] nksuksa

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

42

हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

43

वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 31: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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शाॊतत का बफखयता भकयॊद होगा एक दज की उभड़ती उभॊग होगी चाहा था भन बी

ऐसी दतनमा भ जजऊॉ

कोई बी कवव इसी दशणन ऩय चरकय अऩन दश का फड़ा कवव हो एकता ह

ऩसतक हाडण कॉवय भ फहत ह आकषणक कराकतत स सॊजोए हए सटॉय ऩजबरकशन

नई ददकर क शरी अतनर वभाण न ऩसतक का परकाशन सनदय ढॊग स शरदधा क साथ

ककमा ह

दसय ऩसतक एक औय एहसास शरी धनयाज शमब की ऩनदरहवीॊ ऩसतक क रऩ

भ दहनद सादहतम भ जड़ जाती हरग हाथ इस ऩसतक का रोकाऩणण बी उकत

सथान ऩय ह फड़ी शरदधा स ककमा गमा ह ग़ज़र रखन की दतनमा भ शमब जी की

तीसय यचना ह परथभ यचना एहसास १९७९ दसय अयभान २०१२ भ

कववताओॊ क साथ परकामशत हई थीॊ ऩय इस फाय एक औय एहसास को शामय न

कवर ग़ज़रो का ह सॊगरह फनामा इस सॊगरह का परकाशन बी बायत क सटॉय

ऩजबरकशन स ह हआ ह ऩसतकाकाय रऩ भ परकामशत कयना शामद साहस का

काभ ह फड़ औय नाभी रखको भ जस दषमॊत कभाय गरज़ाय कॊ वय फचन नीयज

आदद क मरए तो साधायण सी फात ह ऩयनत भॉय शस भ यहकय इस ववदमा भ

ग़ज़रो का सॊगरह तमाय कय परकामशत कयना साहस औय चनौतीऩणण कामण ह धनयाज

शमब की इस ग़ज़र सॊगरह भ साधायण शबदो क परमोग क भाधमभ स ऩाठको को

ऩढ़न भ अचछा यसासवादन का अहसास होगा म ग़ज़र कवर इतनी तक ह सीमभत

नह ॊ ह कक आमशक औय भाशक क गफ़तग हो फजकक इनभ आज क सभाज क चचतर

आज क भानव की सोच व परकतत याजनीतत औय याजनीततऻो की बावनाओॊ गय फी

शोषण अतमाचाय शाय रयक मा भानमसक सतय की कॊ ठाओॊ ऩय बी ग़ज़र व शय कह

गए ह कह ॊ - कह ॊ भोहबफत स सयाफोय मवा ऩीढ़ क ददरो की फातो को बी

टटोरन की कोमशश की गई ह

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एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

39

रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

40

दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 32: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

32

एक औय एहसास की बमभका बायत औय ववशव क ददगगज ववदवान परो ऋतऩणण न फड़ी आतभीमता ऩवणक मरखन का परमतन ककमा ह उनको मह परकाशन कसा रगा उनह ॊ क कछ शबदो भ दखा जा सकता ह जो इस परकाय ह -

ग़ज़र कहना आसान काभ नह ॊ ह औय कफ़य एक ऐस दश भ यहकय मरखना जहाॉ गम कववता की ऩयमऩया फड़ी ीण सी हो इसस उनक परमास की गमबीयता को सभझा जा सकता ह इन ग़ज़रो भ आदभी औय सभाज क फीच चर यह कशभकश क अनक बफमफ भौजद ह जो आज की दतनमा का मथाथण ह

कछ ऩानी की चाहत भ ककतना खो दत ह हभ अऩनो स ह रयशता कस तोड़ दत ह हभ

times times times times times times times times times times times times

फाहय की खमशमाॉ सॊजोकय कमा कयग हभ जफकक अऩन अॊदय का चन खो दत ह हभ

उकत दोनो यचनाएॉ शरषठ ह औय ककसी बी सादहतम क सभक यखी जा सकती ह बाषा शर परकाशन कागज़ आदद को शामद धमान भ यखकय ह आकषणक ढॊग स यचनाएॉ परकाश भ आई ह ऩाठक व समऩणण दहनद जगत इन को अऩनान - ऩढ़न औय अऩन ऩास एक परतत यखन स बफककर दहचककचाएॉग नह ॊ ऐसा भया ववशवास ह कवव गज़रकाय व सादहतमकाय शरी धनयाज शमब को हाददणक भॊगरकाभनाएॉ परसतत ह बववषम भ औय यचनाओॊ की आशा ह

-बफदवनती शमब lsquoरऩाrsquo

ऩषठ 28 स फाकी (कहानी फवकफ़) ^^gkaW vkSj MkWDVjuh th s Hkh dg jgh Fkha fd ^iwjs lok rhu fdyks dh gSA cM+h cqf)eती gksxh vkidh fcfVkA pfy---deamplsampde vkidh rjg csodwQ rks ugha gksxhA iRuh us vkxs

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33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

47

हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 33: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

33

सारााश - इतिहास अिीि की पनरवााखया ह

जो सतय और िको पर आधाररि होिी ह

अिीि की इस पनरवााखया दवारा ही मानव

अपनी गलतियो स सबक लिा ह और

उपलतधधयो स पररणा हहदी सातहतय क

इतिहास लखन का परथम परयास सन 1839 म

गासाा-द-िासी न ककया था इस परथम परयास क

बाद हहदी म ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी

परमपरा तमलिी ह इस परमपरा का हर

इतिहास गरनथ ककसी न ककसी इतिहास दति को

क दर म रखकर तलखा गया ह लककन हहदी

सातहतय का इतिहास लखन पररतथथति क

अनसार इतिहास दति की मााग करिा ह न कक

इतिहास दति क अनसार अपनी काट-छााट की

ककसी भी एक दति का आगरह सातहतय क

इतिहास की िटथथिा को भाग कर दिा ह हहदी

सातहतय का इतिहास तलख जान क तलए

इतिहास दति की जररि होनी चातहए न कक

इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का इतिहास

तलखा जाना चातहए ककसी भी एक दति पर

कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का इतिहास

सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए जान जसा

होिा ह जररि इस बाि की ह कक हम सातहतय

की तवतवधिा क अनसार इतिहास दतियो का

चयन कर न कक इतिहास दति क अनसार

सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय क

इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास दति

का चयन करन क बजाय इन

दतियो म स उन तबनदओ का

चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास

लखन म परासातगक सातबि हो कोई भी

इतिहास दति इतिहास लखन का साधन होनी

चातहए साधय नही

मल शधद ndashसातहतय इतिहास दति तवधयवाद

मारकसावाद सब-आलटना परमपरावादी

सारचनावादी अतथितववादी नयी समीकषा

सतरीवादी

सातहतय की उतपति िब हई होगी जब मनषय न

भाषा गढ़ ली होगी अनन की खोज म तनकला

मनषय पाषाण यग स लौह यग और लौह यग स

होिा हआ सभयिा क यग िक पहचा होगा

मानव की इस तवकास यातरा को कलमबदध

करन की कोतशश स ही सातहतय का जनम हआ

होगा सातहतय मानव समाज क सख-दःख

आशा-तनराशा सावदनाओ और कलपनाओ की

सहज अतभरवति ह समाज कसा ह और उसको

कसा होना चातहए अथवा lsquoहम रकया थ रकया हो

गए और रकया होग अभीrsquo इस िरह क िमाम

परशनो की रवाखया और तववचना करना सातहतय

का दातयतव रहा ह इस सातहतय को आगामी

पीकढ़यो क तलए साजोन का काम सातहतय का

इतिहास करिा ह ई एच कार अपनी ककिाब

ldquoहहदी सातहतय क इतिहास लखन म परयि इतिहास दतियो की सीमा rdquo

शोध-ऩतर

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lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

46

बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

47

हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 34: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

34

lsquoइतिहास रकया हrsquo म कहि ह कक इतिहास

कालकरमानसार समाज म पररविान क माधयम

स तवकास का आलोचनातमक अधययन करिा

इतिहास अिीि की पनरवााखया ह जो सतय और

िको पर आधाररि होिी ह अिीि की इस

पनरवााखया दवारा ही मानव अपनी गलतियो स

सबक लिा ह और उपलतधधयो स पररणा इसक

उदाहरण थवरप हम जयशाकर परसाद का

सातहतय दख सकि ह वहा इतिहास विामान

को पररणा परदान करन का काम करिा ह

इतिहास एक ऐसा अनभव भी होिा ह जो

ककसी क तलए lsquoगया सभी कछ गया मधरिमrsquo

की िलखी भरा होिा ह िो ककसी क तलए

lsquoजागो किर एक बार जसा समभावनापरद इस

िरह स सातहतय का इतिहास लखन एक

महतवपणा तवधा ह

हहदी सातहतय क इतिहास लखन का परथम

परयास सन 1839 म गासाा-द-िासी न ककया

था इस परथम परयास क बाद हहदी म

ऐतिहातसक गराथो की एक लमबी परमपरा

तमलिी ह इस परमपरा का हर इतिहास गरनथ

ककसी न ककसी इतिहास दति को क दर म रखकर

तलखा गया ह यही कारण ह कक अब िक

तलखा गया कोई भी इतिहास गरनथ हहदी

सातहतय का मकममल इतिहास सातबि नही

होिा ह इसका कारण यह ह कक हमारी

इतिहास दतिया यरोप स आयातिि ह इन

िमाम दतियो म स कोई भी एक दति हहदी

सातहतय क इतिहास लखन क तलए पयाापत

सातबि नही होिी ह

भारि तवतवधिाओ का दश ह और इसका

सातहतय lsquoतवरदधो का सामाजथयrsquo यहा हर

कालखाड म परथपर मिभद रखन वाली

परवतियो की भरमार ह यकद बाि हहदी

सातहतय क आरमभ यातन कक आकदकाल स ही

कर िो वहा भति भी ह रहथय भी शागार भी

ह और वीरिा क अतिरातजि वणान भी साथ ही

खसरो क सातहतय की अनठी धारा भी ह यहा

परशन उठिा ह कक ऐसी कौन सी एक इतिहास

दति ह तजसक दवारा इन चार अलग-अलग

कदशाओ को समटा जा सकिा ह आचाया

रामचादर शरकल की ( काया-कारण समबनध पर

आधाररि ) तवधयवादी दति वीर-कारव को

आधार बनाकर इस यग का मलयााकन करिी ह

और निीजिन धारममक सातहतय ( तसदध नाथ

जन ) उनक ननन स बाहर हो जािा ह

दरअसल हहदी सातहतय का इतिहास तलख जान

क तलए इतिहास दति की जररि होनी चातहए

न कक इतिहास दति क तहसाब स सातहतय का

इतिहास तलखा जाना चातहए ककसी भी एक

दति पर कतनदरि होकर तलखा गया सातहतय का

इतिहास सातहतय को एक चौखट म जड़ कदए

जान जसा होिा ह हहदी सातहतय का इतिहास

35

लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

36

कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

37

यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

46

बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 35: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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लखन पररतथथतयानसार इतिहास दति की मााग

करिा ह न कक इतिहास दति क अनसार अपनी

काट-छााट की ककसी भी एक दति का आगरह

सातहतय क इतिहास की िटथथिा को भाग कर

दिा ह तनतिि रप स ऐसा इतिहास ककसी

एक परवति का समथाक बनगा और दसरी परवति

क परति उदासीन जसा कक हम आचाया रामचादर

शरकल की तवधयवादी दति म दखि ह आचाया

शरकल भतिकाल म िलसीदास का समथान करि

ह और कबीरदास को नजरादाज कर दि ह

यही नही व सरदास और कबीरदास का सारा

मलयााकन िलसीदास क समानानिर ही करि ह

गोया कक िलसीदास स अलग होकर अनय

ककसी कतव का मलयााकन साभव ही न हो

ककसी भी एक दति का अतयागरह शरकल जी क

इतिहास म बखबी कदखाई दिा ह इसी कारण

व छायावाद का भी उतचि मलयााकन नही कर

पाि ह

आज का समय यह मााग करिा ह कक सातहतय

क इतिहास लखन म पररथथति क अनसार

इतिहास दति अपनान की छट होनी चातहए

इस बाि का परतयकष उदाहरण आचाया हजारी

परसाद तदववदी का इतिहास लखन ह जो ककसी

भी िरह की दति तवशष क आगरह स मि ह

और इसीतलए एक मकममल इतिहास क करीब

ह तदववदी जी थवया परमपरावादी होि हए भी

कबीर क सातहतय क सामातजक पकष की रवाखया

सबऑलटना दति स करि ह इसक साथ ही व

कबीर क रहथयवादी अथवा हठयोग वाल पकष

की रवाखया क सतर बौदध दशान म िलाशि ह

उनक यहा आचाया रामचादर शरकल जसा

तवधयवाद का अतयागरह नही ह कक जो काया-

कारण साबाधी रवाखया म किट न बठ उस या िो

ख़ाररज कर दो या किर िटकल खाि म डाल

दो

सातहतय क इतिहास लखन की िमाम दतियो म

स ऐसी कौन सी इतिहास दति ह जो हहदी

सातहतय क रीतिकाल की सही रवाखया कर

सकिी ह रकया तवधयवादी मारकसावादी

आधतनकिावादी सारचनावादी सतरीवादी

सबऑलटना आकद ककसी भी इतिहास दति क

दवारा दो सौ वषा क इस काल का इतिहास लखन

साभव ह मारकसावाद का वगा-साघषा रकया यहा

लाग हो सकगा हा मारकसावादी तसदधानि की

बस और सपरथररकचर की अवधारणा यहा जरर

लाग होिी ह इस काल म आधार अतधरचना

का तनधाारक ह हालााकक मारकसावाकदयो म

आधार और अतधरचना को लकर एक बड़ा

तववाद ह लककन किर भी जदानोव थटतलन

पलखानोव जस रढ़ मारकसावादी तवचारको की

अवधारणा यहा चररिाथा होिी ह

रीतिकालीन सामािी वगा सातहतय और कला का

तनधाारण अपन अनकल करिा ह रीतिकाल का

अधययन करन क तलए साथकि कारव परमपरा

की समझ होना एक अतनवाया शिा ह सातहतय

क इिन बड़ तहथस को तसिा lsquoअनधकार कालrsquo

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 36: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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कहकर ख़ाररज नही ककया जा सकिा ह

हहदी सातहतय का आधतनक काल ऐसा समय ह

जहा हर पनदरह स बीस सालो म सातहततयक

परवति बदल जािी ह ऐस समय म वह कौन

सी एक उपयि दति होगी जो सभी काल खणडो

का एक साथ मलयााकन कर सकन म सकषम हो

डॉ रामतवलास शमाा मारकसावादी दति अपनाि

हए आधतनक काल का मलयााकन करि समय

िलसीदास सयाकााि ततरपाठी तनराला परमचाद

भारिद हररिादर महावीर परसाद तदववदी

रामचादर शरकल को अपना नायक क रप म चनि

ह लककन रकया व इन लखको क अतिररि अनय

या इनस तभनन तवचार रखन वाल लखको क

साथ नयाय कर पाि ह डॉ रामतवलास शमाा

िलसी और कबीर क तववाद म ही कबीर जस

सबऑलटना रचनाकार का सही मलयााकन नही

कर पाि ह इसक साथ ही अपनी रढ़

मारकसावादी अवधारणा क करण ही मतिबोध

जस मारकसावादी कतव भी उनको माातसक रोगी

नज़र आि ह इसको मारकसावादी दति की एक

सीमा ही कहा जायगा इसी करम म अगल

मारकसावादी आलोचक डॉ नामवर हसह ह डॉ

नामवर हसह अपनी ककिाब lsquoकतविा क नए

परतिमानrsquo म मतिबोध को िो थथातपि करि ह

लककन इसी ककिाब म व अजञय जस

अतथितववादी लखक की जबरदथि आलोचना

करि ह यह परी ककिाब मतिबोध की

थथापना और अजञय क तवरोध का परयास ह

यह डॉ नामवर हसह की इतिहास दति की एक

सीमा कही जाएगी रकयोकक सातहतय एक

सजानातमक तवधा ह इसीतलए उसका कोई एक

परतिमान तनधााररि नही ककया जा सकिा ह

जब सातहतयकारो क लखन का पलाट अलग ह

िब एक ही दति स उन सभी का मलयााकन

करना कहा िक सही होगा हमार यहा सातहतय

lsquoतचिवतियो का परतितबमबrsquo ह और यह

तचिवतिया जड़ नही पररविानकामी ह ऐस म

रकया यह जररी नही ह कक हम अपनी इतिहास

दति को इिना लचीला रख कक सजाक परतिभा क

अनकल उसका मलयााकन ककया जा सक

हहदी सातहतय तवतवधिाओ का एक समचचय ह

इस सातहतय को परी िरह स न िो

सारचनावाकदयो की अनतिहातसक दति स

समझा जा सकिा ह और न ही उिर-

आधतनकिा की lsquoलखक की मतय की घोषणाrsquo स

नयी-समीकषावादी दति क अनसार रचना पषठ

पर तलखी रचना मातर ह व कॉनटरकथट को

नकारि हए टरकथट की बाि करि ह नयी

समीकषा नामक इस इतिहास दति म रचना

ककसन तलखी कब तलखी इस बाि का कोई

महतव नही ह इस बाि म कोई सादह नही

होना चातहए कक कोई भी रचना अपन समय

और समाज का उतपाद होिी ह िलसीदास को

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 37: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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यकद भतिकाल स तनकाल कर दखा या परखा

जायगा िो उनक सातहतय की अथाविा ही

समापत हो जाएगी सातहतय या कला अपन

समय और समाज की गतितवतधयो म एक

सजानातमक हथिकषप का नाम ह उस उसक

समय स काट कर दखना उसकी तवतशििा को

ख़तम कर दन जसा ह कबीर इसीतलए कबीर

ह रकयोकक व मधयकाल म दतलि चिना की बाि

करि ह अनयथा तवमशो क इस दौर म कबीर

या ककसी भी अनय दतलि लखक म रकया िका रह

जािा ह तवदयापति पर जब िक हम भारिीय

दशान की परमपरा स तवचार करि ह िभी िक

व हम मलयवान लगि ह अनयथा सतरीवादी दति

स तवचार करन पर व तसिा अशलील कतव सातबि

हो पाएाग समन राज सतरीवादी दति स इतिहास

लखन करिी ह रकया इस दति स व तवदयापति

िलसीदास और कबीरदास को शषठ सातहतयकार

थवीकार कर पाएागी

यहा महतवपणा िथय यह ह कक इतिहास लखन

की य िमाम दतिया पतिम म और पतिम क

तलए तवकतसि हई ह हम इन इतिहास दतियो

क अनधानकरण स बचना चातहए इन दतियो

क गराहय तबनदओ को ही इतिहास लखन का

आधार बनाया जाना चातहए हहदी सातहतय क

तवतवधिापरक सातहतय क इतिहास लखन म

इतिहास दति तवशष का आगरह लकर चलना

अनयायपणा होगा सातहतय का विामान यग सब

-ऑलटना दति स इतिहास लखन की मााग कर

रहा ह आज जररि इस बाि की ह कक हम

सातहतय की तवतवधिा क अनसार इतिहास

दतियो का चयन कर न कक इतिहास दति क

अनसार सातहतय स हबद छााट हहदी सातहतय

क इतिहास लखन म ककसी भी एक इतिहास

दति का चयन करन क बजाय इन दतियो म स

उन तबनदओ का चयन ककया जाना चातहए जो

हहदी सातहतय क इतिहास लखन म परासातगक

सातबि हो कोई भी इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन होनी चातहए साधय नही

इतिहास तलखा जाना जयादा महतवपणा होिा ह

दति उिनी महतवपणा नही होिी ह तजिना

इतिहास थवया होिा ह इतिहास दति इतिहास

लखन का साधन मातर होिी ह इसतलए इस

साधन म पररतथथतयानसार तवतभनन इतिहास

दतियो क गराहय तबनदओ को अपनान की छट

होनी चातहए

कलपना हसह राठौर

शोधाथी भारिीय भाषा क दर

जवाहरलाल नहर तवतिदयालय

नई कदलली

Email kalpana24marchgmailcom

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 38: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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अतत हषण की फात ह कक दहनद परचारयणी सबा क कामणकारयणी सदसमो की परतततनचध टोर न सार २०१९ क परवासी बायतीम ददवस वायाणसी भ २१-२२-२३ को सककरम रऩ स बाग मरमा उसी मातरा क दौयान ददकर रौटन ऩय २७ जनवय २०१९ स हभाय सादहजतमक मातरा का शरी गणश हआ यवववाय २७ की शाभ को हभाय सादहजतमक टोर करतर ववदमारम ऩहॉची जहाॉ ऩय दहनद ववबागाधमा एवॊ भात बमभ सवा मभशन ऩदाचधकाय डॉ ऩषऩा यानी न हभाया बाव-बीनी-सवागत ककमा उनहोन ऩवण सॊकत द ददमा था कक एक समभरन महाॉ क परोपसयो रकचयो ऩीएचडी क छातरो क साथ रगगा उनहोन तयॊत ववशव-ववदमारम क अततचथ-गह को खरवामा औय आवास की वमवसथा की हयक कभया ककसी अचछ हॉटर क कभय स कभ सववधाजनक नह ॊ था आध घॊट क आयाभ औय चाम की चसकी रन क ऩशचात उनहोन ऩीएचडी का क छातरो क साथ करतर का भरभण कयामा ऩहर हभ गर शॊकयाचामण का तनवास सथान ददखामा था औय वह ऩववतर बमभ जहाॉ ऩय शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था ऐस सथर क दशणन कयाए मह सथर अड़तार स कोस औय ९५६ ककरोमभटय भ परा हआ ह इसी तर भ उस ज़भान भ भहाबायत का मदध हआ था आज बी वह अम व ववदमभान ह जजस क नीच शरी कषण न अजणन को गीता का उऩदश ददमा था इस क फाद काफ़ी धामभणक सथरो क दशणन बी ककम जजसस हभाय रदम भ बजकत का बाव उभड़ ऩड़ा

२८ जनवय २०१९ को करतर ववशव-ववदमारम क सीनट हॉर भ समभरन क मरए हभाया बवम रऩ स सवागत ककमा गमा इस का आमोजन

करतर ववशव ववदमारम दहनद ववबाग भात बमभ सवा मभशन औय दहनद परचारयणी सबा क मभर-जर सहमोग स हआ था समभरन का ववषम भॉय शसीम सभाज सादहतम व सॊसकतत भ बायत का परबाव था डा ऩषऩा यानी क सॊचारन भ एक स फढ़कय एक ववदवानो न अऩन आरख वाचन ककए सीनट हॉर ववदवानो औय ऩीएचडी क छातरो स खचाखच बया हआ था भॉय शस क परतततनचधमो भ दहनद परचारयणी सबा क अधम शरी मॊतदव फदध न सथानीम सवजचछक सॊसथाओॊ ऩय सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम कोषाधम शरी टहर याभद न न ऩसतक-यचना औय हभाय सबा दवाया यचचत ऩसतको ऩय फात की कामणकारयणी सदसमा शरीभती योदहणी याभरऩ न मशण क भहतव वमवसथा औय शरी तायकशवयनाथ चगयधाय न बोजऩय क भाधमभ व मोगदान स दहनद का भहतव ववषम ऩय तथा अनम ववदवानो न अऩन आरख परसतत ककए अपगातनसतान क मवक छातर शरी हरण न भॉय शस क फाय भ फदढ़मा जानकाय द भाक की फात यह जफ शरी याभद न जी न अऩन सवागत-गान सोहय क रऩ भ बोजऩय भ परसतत ककमा जजस सनत ह सबी रोग परपजकरत हो गएततऩशचात अॊत भ सबी रोगो को समभातनत ककमा गमा उसी अवसय ऩय शरी धनयाज शमब की दो ऩसतको (१)अजसततव-कावम सॊगरह (२)एक औय अहसास - ग़ज़र सॊगरह का रोकाऩणण ककमा गमा कामणकरभ ऩणण रऩ स सपर यहा

२९ जनवय २०१९ को अमफारा काॊट क आमण गकस कॉमरज क सदसमो न आभॊबतरत ककमा था हभ वहाॉ फायह फज ऩहॉच ऩहॉचन ऩय ऐसा

हहनदी परचारयणी सबा क सदसमो की साहहततमक मातरा - धनयाज शमब वववयण

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

48

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Page 39: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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रगा कक हभाय परतीा भ आॊख बफछाई हई ह वहाॉ की करऩतत डॉअनऩभा आमण न आस-ऩास क ववदवानो रकचयो करऩततमो आदद को सॊगोषठी भ बाग रन क मरए आभॊबतरत ककमा था हभाय सया का बी ऩखता परफॊध ककमा गमा ह वहाॉ क सबागाय भ बी हभाया सवागत ककमा गमा ववदवानो न अऩन आरख ऩढ़ सबा की ओय स परधान भॊतरी कोषाधम औय अॊतयॊग सदसमा शरीभती याभरऩ न अऩन आरख ऩढ़ जजनह खफ सयाहा गमा अॊत भ सबी ववदवानो को सभतत चचहन औय ऩषऩ भारा स समभातनत ककमा गमा सभाजपत क फाद सफको बोजन स सतकाय ककमा गमा उनक आव-बगत स हभ इतन परसनन हए औय व बी हभाय उऩजसथतत स इतन परसनन हए कक हभ इस का वणणन नह ॊ कय सकत कर मभराकय मह कह सकत ह कक अमफारा की मह भराकात जीवन ऩमणनत माद यहगी

३१ जनवय को हभ बायत भ भॉय शसीम उचचामकत भहा-भदहभ जगद शवय गोवधणन क आभनतरण ऩय चानकम ऩय ददकर क दतावास ऩहॉच एक घॊट तक उनक साथ दहनद औय बोजऩय दोनो बाषाओी की जसथतत औय ववकास की समबावनाओॊ ऩय ववचाय ववतनभम ककमा गमा उनहोन बी खरकय अऩन कामण तरो औय परमतनो ऩय परकाश डारा ताकक भॉय शस औय बायत क सॊफॊध भ औय बी गहयाई आए एक दसय की सहामता स परगतत की ददशा नज़य आई एक घॊटा कस छभॊतय हो गमा ऩता तक नह ॊ चरा अॊत भ वहाॉ क ऩसतकारम क मरए शरी धनयाज शमब न अऩनी दो नई ऩसतक द ॊ

ऩहर फ़यवय २०१९ को सादहजतमक साॊसकततक शोदध सॊसथा औय ऩाथम सादहतम करा अकादभी ददकर सॊसथाओॊ क मभर-जर सहमोग स ववशव सॊसकतत औय ऩबतरका ववषम ऩय ववषण भॊडी भागण दहनद बवन ददकर भ एक उचसतय म अॊतयाषटर म समभरन का आमोजन हआ था इस भ बाग रन क मरए भोसको शरी रॊका भरमशमा मयोऩ भॉय शस आदद दशो स परततबागी उऩजसथत हए थ सबी रोगो न अऩन ववषम ऩय आधारयत आरख परसतत ककए दहनद परचारयणी सबा की ओय स सबा क अधम शरी मनतदव फदध न सवजचछक सॊसथाओॊ भ दहनद परचारयणी सबा का मोगदान व बववषम की समबावनाओॊ सचचव शरी धनयाज शमब न भॉय शसीम सादहतम व ऩबतरका दवाया सादहतम क ववकास तफ औय वतणभान जसथतत भ कस हो यहा ह परकाश डारा सबी आरखो को सयाहा गमा भौक ऩय शमब जी न ऩवणजो ऩय तनशानी शीषणक स एक कववता बी सनाई हभाय परसततत सबी को अचछी रगी अॊत भ शरी मनतदव फदध औय शरी धनयाज शमब तथा शरी याभद न टहर को दहनद सतनाकय

समभान स ववबवषत ककमा गमा शरी जमचनदर परसाद परोआग शरीभती योदहणी याभरऩ को बी समभातनत ककमा गमा अॊतत सवाददषट बोजन स सतकाय कयन क ऩशचात ह हभ ववदाई रनी ऩड़ी

कर मभरकय हभ कह सकत ह कक इस सादहजतमक मातरा स हभ सफ को नम-नम अनबव हए एक नमा आमाभ परकामशत हआ औय दोनो दशो क ववदवानो एवॊ दहतवषमो क फीच एक नमा रयशता कामभ हो गमा

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 40: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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दहनद परचारयणी सबा न ८ ददसॊफय २०१९ को अऩन चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह भनामा सभायोह की शोबा फढ़ान क मरए हज़ायो दहनद परमभमो क अततरयकत भाननीम धयभदय मशवशॊकय (ववततीम सवा व उचचत शासन भॊतरी) डा नतन ऩाॊड (दववतीम सचचव-बायतीम उचचामोग) डा सरयता फध डा जागामस ॊह डा सनदय ऩॊडडत चगयधाय शरी परीतभ जी शरी याभधनजी शरीभती याभमाद जी शरी ततरोकक जी शरी जीफन जी आदद बी थ कामणकरभ का शरी गणश गणश-सयसवती वॊदना ऩय आधारयत परमसदध नतम स हआ कभाय खशी जोय की परसततत न सफ को बाव-

ववबोय ककमा

सबा क भॊतरी शरी धनयाज शमब न अततचथमो का सवागत ककमा कपय उनहोन ऩाठमकरभ भ राम गए ऩरयवतणनो ऩय खरासा ददमा अॊत भ उनहोन दहनद रखको स सबा की तरभामसक ऩबतरका

ऩॊकज भ परकाशन हत अऩनी सवयचचत कततमाॉ बजन का ववनमर तनवदन ककमा

सबा क परधान शरी फदध जी न अऩन बाषण भ दहनद बाषा क वमाऩक वजशवक परबाव की चचाण कयत हए फतामा कक ससमऩनन बाषा ककसी वमजकत जातत मा सभाज ववशष तक सीमभत न यहकय ऩय भानव जातत की सॊऩवतत होती ह उनहोन ऐस कई उदहायण बी ददए जहाॉ गय बाषा-बावषमो न तन भन वचन औय धन स दहनद की सचची सवा कय क अऩना नाभ सवणण अयो भ अॊककत ककमा ह परधान जी न डा नतन ऩाॊड की उनक कामणकार भ हए सभसत अववसभयणीम कामो एवॊ बवम आमोजनो क मरए सयाहना की औय मह बी आशा वमकत की कक बायत रौट जान क फाद बी सबा को उनका सभथणन परापत

होता यहगाआखखय भ उनहोन दहनद की ऩय ाओॊ भ उततीणण ऩय ाचथणमो समभातनत होन वार भहानबावो छातरवतत परापत उमभीदवाय तथा ववमबनन परततमोचगताओॊ क ववजताओॊ का उतसाह वधणन कयत हए उनक उजजवर बववषम की काभना की एवॊ उनह हाददणक धनमवाद बी ददमा

परधान जी क बाषण क ऩशचात कौमशक भोती तथा योदहणी भॊगय न अतत भधय आवाज़ भ भत यो फट नाभक कववता सनाकय सफ को भगध कय ददमा डॉ नतन ऩाॊड न सन १९२६ स सबा क सदसमो दवाया हए दहनद बाषा क परचाय-परसाय समफॊचधत सदपरमासो की परशॊसा की औय मह फतामा कक दहनद परचारयणी सबा उनक मरए तीथण सथर जसा ह जहाॉ ऩधायकय उनका ऩणम जागत ह उनक भतानसाय दहनद सभावश की सभधय सबा ह अत उसभ सजमभमरत सभसत ववदशी शबदो को रकय उऩहास कयना तनताॊत भखणता होगी उसका मह भानना था कक अदहनद शबदो स दहनद को ककसी बी परकाय की हातन नह ॊ ऩहॉचती अवऩत उसका भान-समभान उसका गौयव तथा उसकी अजसभता सभदध होती ह दहनद परभ शाॊतत एवॊ कराॊतत की ऐसी बाषा ह जो रोगो को जीना मसखाती ह औय दश क ववकास भ सहामक मसदध बी होती ह

बाषण क सभापत होत ह डा नतन ऩाॊड दवाया यचचत ऐततहामसक ऩसतक भॉय शस नीॊव स तनभाणण तक का ववभोचन हआ डा ऩाॊड जी न अऩनी नई कतत की कछ परततमाॉ सबा को परदान कीॊ कपय उनहोन धनवॊती ऩोखयाज जी तथा

फाकी ऩषठ 45 ऩय

चौयासीवाॉ सभावतयन सभायोह - भोहन शरीककसन वववयण

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 41: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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परवासी बायतीम हदवस mdash शरीभती योदहणी याभरऩ मातरा वणयन

रगबग दो शताबद ऩहर बायतीम परवासी कई कायण वश मा मॉ कह तो जीववकोऩाजणन क मरए दतनमा क कोन कोन भ जा फस अऩना दश छोड़ ऩयदश भ फसना आसान नह ॊ होता कपय बी बायतीम नागरयक तो ह ह साहसी औय भहनती अतजजस ककसी बी दश भ गए जी-जान स भहनत की औय ऩीढ़ -दय- ऩीढ़ उननतत की याह ऩय फढ़त गए ऊॉ च स ऊॉ च ऩद समबारकय बायतीम वॊशजो न अऩनी भातबमभ का नाभ ऊॉ चाई क मशखय ऩय ऩहॉचामा बायत क नव तनभाणण भ अऩना ऩया मोगदान ददमा

परवामसमो क मोगदान को आबाय क मरए वऩछर ऩॊदरह सारो स बायतीम सयकाय हय नौ जनवय को परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कयती ह इस ऩीफीडी समभरन क दौयान बायतीम सयकाय अऩन अतत मोगम परवामसमो को परततजषठत बायतीम समभान परदान कयती ह सयकाय का मह बी उददशम यहता ह कक ऩीफीडी क दौयान दतनमा बय क बायतीम परवामसमो को एक दसय स जड़न का तथा बायतीम सॊसकतत की झरक दखन का सअवसय परापत हो

मॉ कह तो इस सार परवासी बायतीम ददवस ( ऩीफीडी ) का आमोजन कछ अरग तय क स भनामा गमा औय इसक कई कायण ह ऩहर फात तो मह ह कक इस फाय ऩीफीडी का समभरन एक ददवसीम न यहकय तीन ददनो क मरए यखा गमा था ततचथ बी फदर गई नौ जनवय न यहकय २१ २२ २३ जनवय यखा गमा था फदराव का एक कायण मह था कक बायतीम सयकाय न अऩन परवामसमो को कछ अचधक दना चाहा ऩीफीडी भ बाग रन क साथ - साथ उनको कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बी बाग रन का सअवसय परदान ककमा तीन ददन समभरन भ बाग रन क ऩशचात २४ जनवय को कमब सथान तथा २५ को ददकर दशणन कपय २६ को गणतॊतर ददवस भ बाग रन का अवसय मभरा इस सार ऩीफीडी का ववषम था बायत क नव तनभाणण भ परवामसमो की बमभका

बायतीम आमोजन ऩीफीडी की तमाय का उदघाटन १५ सपतमफय २०१८ को ववदश भॊतरी भाननीम शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश भखमा भॊतरी मोगी आददतम नाथ जी दवाया नई ददकर भ ककमा गमा इस फाय ऩीफीडी को दव बमभ फनायस (ऩवण काशी) भ यखा गमा मह जगह यखन का भखम कायण मह यहा कक परवासी काशी क धामभणक सथानो क दशणन कय सक तथा कमब सनान क मरए परमाग याज जान की सववधा हो

हभायी मातरा रगबाग १८७ सार ऩहर हभाय ऩवणज बी चगयमभदटमा भज़दय क रऩ भ भॉय शस आए थ उनहोन बी कषट झरत हए कड़ी भहनत की बायत स राम अऩनी बाषा तथा सॊसकतत को सयकषत यखा अऩन वॊशजो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ मशकषत कय इस ऊॉ चाई तक ऩहॉचामा कक आज दश की फागडोय

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

सववधाएॉ

बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 42: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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हभाय उन भहान ऩवणजो की सॊतानो क हाथ ह भॉय शस परवामसमो को सार २०१९ क ऩीफीडी भ बाग रन का ववशष आभॊतरण मभरा हभको मह गौयव बी परापत हआ कक हभाय परधान भॊतरी भाननीम शरी परवीण कभाय जगननाथ जी को भखम अततचथ फनामा गमा भॉय शस स रगबग ४०० रोग ऩीफीडी समभरन क परततबागी फन भॉय शस की दहॊद परचारयणी सबा क परधान शरी मॊतदव फध जी न परतततनचध भॊडर की अगवानी की जजस भ भ बी शामभर थी

भॉयीशस भ ऩीफीडी स ऩवय की तमारयमाॉ भॉय शस भ बी रगबग तीन भह न ऩहर स ऩीफीडी भ बाग रन की परककरमाएॉ आयमब हो चकी थीॊ औय हवाई जहाज भ उड़ान बयन तक चरती यह ॊ भॉय शस सयकाय न इस तमाय की जज़मभदाय अऩन ववतत भॊतरारम तथा एमय भॉय शस ( air mauritius ) को सौऩा था दोनो सॊसथाओॊ न फखफी अऩनी अऩनी जज़मभदाय तनबाई ऩॊजीकयण स रकय उड़ान बयन तक अचधकारयमो न सबी ऩीफीडी माबतरमो की ऩय सहामता की

उिान की एक उलरखनीम फात ऩीफीडी मातरा ऩय जान क मरए हवाई दटकट खय दत सभम हभ को फतामा गमा था कक हभ भॉय शस स भमफई क हवाई अडड ऩय उतयग कपय वहाॉ स दसय ववभान दवाया हभ वायाणसी ऩहॉचग जहाॉ समभरन होन वारा था इसक उऩयानत मह बी फतामा गमा था कक महाॉ का कोई ववभान चारक इस फात का जाइज़ा रन गमा ह कक कमा एरफी शासतरी वायाणसी हवाई अडड ऩय भॉय शस का फड़ा ववभान उतय सकगा मा नह ॊ ववभान चारक सकायातभक उततय रकय रौटा

२० जनवय को वायाणसी जाना तम हआ ऩीफीडी क सबी मातरी याबतर क सवा आठ फज क रगबग हवाई जहाज़ भ फठ ववभान को सीधा वायाणसी भ उतयना था उड़ान बयन की सबी परककरमाओॊ क दौयान ववभान चारक का नाभ फतामा गमा जजस सनत ह भ खशी स झभ उठी ववभान चारक कोई औय नह ॊ भय सगी भौसी का सफस छोटा फटा यवव फच था तयनत भझ हभाय ऩवणज माद आ गए सोचा कक हभाय तमागी भहान ऩवणज बफहाय क उनह ॊ ऩववतर बमभ फनायस गए काशी आदद स गज़यत हए आए धयोहय क रऩ भ अऩन धभण औय सॊसकतत राए औय उनह सयकषत यखा धभण औय सॊसकतत क फरफत ह उनहोन अऩनी सॊतानो भ भानव भकम बया उनह ससॊसकत नागरयक फनामा सवमॊ अमशकषत होत हए बी उन तमागी दववक चरयतर वार भहान आतभाओॊ न अऩन फचचो को ऩीढ़ -दय-ऩीढ़ ऊॉ ची स ऊॉ ची मशा ददराकय फड़ ओहदो ऩय ऩहॉचामा

आज उनक वॊशज उनह ॊ दवाया परशसत भागण ऩय चर यह ह ऩढ़-मरखकय इस मोगम फन गए ह कक आज दश की फागडोय उनह ॊ क हाथ ह भ महाॉ ऩय मह कहना चाहती हॉ कक एक गय फ चगयमभदटमा भज़दय का ऩयऩोता ववभान चारक फना अऩनी दव बमभ फनायस भ अऩन वॊशज को हवाई जहाज़ उतायत दख अवशम ह हभाय ऩवणजो की आतभा को गवण हआ होगा शाॊतत मभर होगी कहा होगा कक चरो आज यख द राज हभाय भहनत हभाय कषट की हभाय ऩोत न हभ धनमवाद औय फधाई दना चाहग ववभान चारक यवव को यवव न माबतरमो को अऩन वऩतयो को फनायस भ परणाभ कयन क मरए सकशर ऩहॉचामा

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

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बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

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ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 43: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

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वायाणसी भ सोभवाय २१ जनवय शाभ क तीन फज एमय भॉय शस का ववभान वायाणसी क रार फहादय शासतरी हवाई अडड ऩय उतया सवागत क मरए रोग हाथो भ आयती की थार परो की भारा मरए खड़ थ शहनाई की धन बी साथ द यह थी उन रोगो भ अऩनाऩन की गहय झरक ददख यह थी आगभन क भ इमभगरशन कायवाई क फाद हभ आयाभदामक गाडड़मो भ आवास सथान ऩय ऩहॉचामा गमा जहाॉ ऩय यहन की साय सववधाएॉ उऩरबध थीॊ कपय हभ तीन ददन ऩीफीडी समभरन भ बाग रन जात यह गाडड़मो की सववधा क साथ हभाय साथ एक गाइड बी था जजसन ऩय यासत क दौयान हभ को योचक सथान ददखाता जाता था वहाॉ बी हभ अऩना ऩया अऩनाऩन ददखता था हय फस भ एक ऩमरस का मसऩाह सया हत भौजद था ऩीफीडी २१ जनवय ऩीफीडी समभरन का परथभ ददन था उस ददन भहानबावो की उऩजसथतत भ नवजवान परवामसमो क मरए कामणकरभ यखा गमा था सॊगोजषठमो भ ववचायो का आदान परदान हआ कपय साथ साथ साॊसकततक कामणकरभ बी चराम गए थ

२२ जनवय को बायतीम परधान भॊतरी भाननीम नयदर भोद जी दवाया ऩीफीडी का औऩचारयक उदघाटन हआ उस ददन भॉय शस क परधान भॊतरी शरी परवीण कभाय जगननाथ जी सऩतनी भखम अततचथ क रऩ भ उऩजसथत थ अनक भहानबावो की उऩजसथतत स कामणकरभ की शोबा फढ़ उकरखनीम फात मह ह कक २२ जनवय को भॉय शस क परधानभॊतरी अऩन भॉय शसीम परतततनचधमो स मभरन का कामणकरभ फनामा कपय ऩीफीडी क अॊततभ ददन मानी २३ जनवय को समभान सभायोह तथा समभरन का सभाऩन हआ जजसभ बायतीम परवामसमो को परततजषठत समभान ददमा गमा

२४ जनवय को परवामसमो को कमब सथान क मरए र जामा गमा २५ जनवय को ददकर दशणन हए औय २६ जनवय को हभको बायत क गणतॊतर ददवस क भहान उतसव भ शामभर होन का सौबागम परापत हआ सफ कछ एक उततभ वातावयण भ गज़या

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बायत सयकाय न अततचथ दवो बव तथा वासदवॊ कटमफकभ वार आदशो को बफना ककसी कभी स तनबामा परवासी बायतीम को सच भ दव सभझकय हय परकाय स उनकी ऩजा की दतनमा क कोन कोन स आए सबी परवामसमो क मरए फयाफय की सवा परदान की यहन क मरए फहत ह सववधाजनक सथानो की वमवसथा की गई थी महाॉ तक कक वायाणसी क कई ऐस ऩरयवाय हए जजनहोन परवामसमो को साय सवा सतकाय क साथ अऩन महाॉ यखा ककसी को खान ऩीन की कोई कभी न हई एक जगह स दसय जगह जात सभम यासत भ बी बोजन का सह परफॊध था

कपय जहाॉ बी गए अचछ स अचछ वाहन ददए गए जो कक फहत ह आयाभदामक था परवामसमो की सया का ऩया धमान बायतीम सयकाय न यखा चाह कमब का भरा हो मा गणतॊतर का ऩयड मा

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कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

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धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

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२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

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बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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Page 44: PANKAJ - hindipracharinisabha.com · बवन जान / वार / छात्र - छात्राए क्र /व क /य की फस की प्रतीऺा भेंथ

44

कपय परवासीम बायतीम ददवस समभरन ऩमरस मसऩादहमो न चायो ओय साथ ददमा महाॉ तक कक ववशव ववदमारम क नवजवान बी हभाय हय परकाय की सहामता कय यह थ कपय बायत भ तनमकत भॉय शस क याजदत न बी अऩन दशवामसमो को सववधा ददरान भ कोई कसय नह ॊ छोड़ी कई जगहो भ व हभाय साथ ददख कपय जहाॉ व न आ ऩात ऩय सया की वमवसथा कय दत हभ जहाॉ बी गए हभाय साथ भागण दशणक साथ-साथ यहत थ

धासभयक सथरो क दशयन

परवासी बायतीम ददवस समभरन को वायाणसी भ यखन का उददशम था कक परवासी आसऩास क धामभणक सथानो क दशणन कय सक सच भ हभ को काशी तथा परमागयाज क आस ऩास की भहतवऩणण जगह दखन का ऩया सौबागम परापत हआ गॊगा - मभना - सयसवती का सॊगभ बतरवणी क अरावा हभन तनमन सथान दख जस-याभामण समफनधी सथान जस ऋवष बायदवाज का आशरभ

मस ॊगायऩय जहाॉ शरी याभ जी औय तनषादयाज की मभतरता हई थी अम वट व जो कक हज़ायो सार ऩहर की बायतीम सॊसकतत का परतीक ह साथ-साथ गौय कणड औय काशी ववशवनाथ भॊददय क दशणन बी ककए मह कहना न बरग कक नाव भ फठकय फनायस क घाटो को दखत हए हभ न गॊगा जी की ऩय आयती बी दखी हभ अऩनआऩ को बागमशार सभझत ह कमोकक हभ ऐस ऩववतर दववक सथानो का दौया कयनका अवसय मभरा

धनमवाद

अॊत भ धनमवाद दना चाहग दोनो दशो ( बायत औय भॉय शस ) की सयकायो को जजनहोन परवासी बायतीम ददवस समभरन भ बाग रनवार परवामसमो को उनकी अऩा स अचधक सववधाएॉ परदान कीॊ ववशष धनमवाद कमब सथान तथा गणतॊतर ददवस भ बागीदाय फनन क मरए ह शामद ह एक परवासी न कबी सोचा होगा कक एक ह मातरा क दौयान दो भहतवऩणण घटनाओॊ भ बाग र सक ग ववशष रऩ स हभ बायतीम ववदश भॊतरी शरीभती सषभा सवयाज तथा उततय परदश क भखम भॊतरी भाननीम मोगी आददतमनाथ जी को धनमवाद दना चाहग जजनहोन ऩीफीडी क उदघाटन सभायोह स अॊत तक समभरन का सपर सॊचारन ककमा हभ बायत भ तनमकत भॉय शसीम उचचामकत सशरी जगद शवय गोवधणन जी को बी ददर की गहयाई स धनमवाद दत ह जजनहोन हभाय साथ यहकय हभाय सववधा तथा सया का बयऩय धमान यखा हभ ऩणण ववशवास ह कक भॉय शस क सबी बाचगदाय ऩणण रऩ स सॊतषट औय खश होकय भातबमभ को रौट

फाकी ऩषठ 47 ऩय

45

ऩषठ 40 स फाकी (चौयासीवाॉ सभावतणन सभायोह) भाननीम धयभदय मशवशॊकय न शरी कभर कोवर जी को दहनद परचारयणी समभान स समभातनत ककमा गमा

अऩन सनदश भ सभावतणन सभायोह क भखम अततचथ भाननीम धयभदय मशवशॊकय न सवणपरथभ डा नतन ऩाॊड को भॉय शस भ उनक दवाया हए अचछ कामो क मरए धनमवाद सभऩणण ककमा कपय सबा क आभॊतरण क मरए आबाय परकट ककमा उनहोन उततीणण छातरो उनक अमबबावको तथा सभसत ववजताओॊ को उनक कठोय ऩरयशरभ क मरए ददर की गहयाई स आशीवाणद ददमा उनहोन दहनद परचारयणी सबा को दहनद बाषा एवॊ सॊसकतत क सॊयण का एक भॊददय घोवषत ककमा जो वषो स दहनद की तनसवाथण सवा भ कामणयत ह छातरो क परतत उनका मह तनदश यहा कक व दश क अचछ नागरयक फनकय सफ स सदवमवहाय कय तथा अऩना हय काभ ऩय इभानदाय स कय जजसस तनकट बववषम भ एक उजजवर सभाज सफर याषटर सखी सवसथ एवॊ शाॊततभम ववशव का तनभाणण हो सक

आबाय ऻाऩन एवॊ शाॊतत ऩाठ स ऩवण छठी औय परवमशका भ उततीणण दस-दस परथभ ऩय ाचथणमो को ऩयसकाय तथा परभाण ऩतर परदान ककमा गमा साथ ह ऩाॉचवीॊ का क मरए आमोजजत शरतत- रख परततमोचगता एवॊ दहनद परमभमो क मरए तनफॊध परततमोचगता क ववजताओॊ को बी ऩयसकत ककमा गमा

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

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मातरा वणयन

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बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

ऩषठ 44 स फाकी (परवासी बायतीम ददवस) कपय हभ कहग कक धनम हो हभाय बायत भाता जजनहोन ऐस सऩतरो को जनभ ददमा जजनहोन

अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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बायत-मातरा की सखद अनबनत एवॊ परनतफ़िमा

बायत भ परततवषण परवासी बायतीम ददवस भनामा जाता ह ऩयनत इस वषण २१२२२३ जनवय २०१९ तक फनायस भ अतमनत बवम रऩ स आमोजन ककमा गमा ववशव क अनक दशो स रगबग ऩाॉच हज़ाय परवासी बायतीम इस समभरन भ बाग रन आए थ सददमो ऩवण हभाय बफछड़ परवासी - ऩरयवायो क मरए एक - दसय स मभरन का सवणीभ अवसय परदान ककमा गमा था इस सयाहनीम आमोजन क मरए औय भॉय शस क परधानभॊतरी भाननीम परवीण जगनाथ को ववशष अततचथ क रऩ भ आभॊबतरत कयक बायतीम सयकाय न हभ भॉय शसवामसमो का गौयव फढ़ामा इसक मरए बायत क परधानभॊतरी भाननीम नयदर भोद को हभ रदम स नभन एवॊ आबाय वमकत कयत ह

हभाय औऩचारयक मातरा परवासी बायतीम ददवस कमब - भरा औय बायत क गणतॊतर - ददवसोतसव तक ह यह बायतीम सयकाय औय बायत भ भॉय शस क उचचामकत भहाभदहभ जगद श गोफयधन न हभाय सया औय परवास क मरए ऩणण रऩ स परफॊध ककमा हआ था इसक मरए हभाया हाददणक धनमवाद ह

बायत जान स ऩवण हभाय मरए दो कामणकरभ तनधाणरयत हो चक थ हभाय परथभ सॊगोषठी क मरए करतर ववशवववदमारम की दहनद ववबागाधमा डा ऩषऩा यानी जी २८ जनवय क मरए हभ आभॊबतरत कय चकी थीॊ

२७ जनवय की शाभ को हभ करतर ववदमारम ऩहॉच हभाय आवास औय बोजन का परफॊध वह ॊ ऩय ककमा गमा था २८ जनवय को गमायह स एक फज तक हभाया कामणकरभ तनधाणरयत था जफ वहाॉ क मसनट सबागाय भ ऩहॉच तो सबागाय गणभानम ववदवानो एवॊ छातरो स बय चका था सबी रोग दहनद परचारयणी सबा क सदसमो को सनन क मरए रारातमत थ हभाय ओय स ऩाॉच रोग फोर हभाय सयर औय अॊगरज़ी - भकत दहनद को सनकय क भ फठ रोग फहत परबाववत औय ववजसभत बी हए हभन भॉय शस भ दहनद क परचाय - परसाय स समफजनधत हभाय गततववचधमो की जानकाय द तथा अवगत कयामा डा ऩषऩायानी न हभाय बाषा ऩय दटपऩणी कयत हए फतामा - हभाय रोग दहनद फोरन स कतयात ह रजजा का अनबव कयत ह अॊगरज़ी फोरन भ अऩनी शान सभझत ह मदद दहनद फोर तो तीसय शरणी क नागरयक हो गए दखखए भॉय शस भ ककस तयह स दहनद ऩकरववत ह हभ अऩनी सोच फदरनी होगी डा ऩषऩायानी जी न भॊच का सॊचारन अतमॊत दताऩवणक ककमा हभाय हाददणक फधाई ह शरीभती जी को

मातरा वणयन

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

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अऩन दश स फाहय कषट झरत हए बी दहमभत न हाय गीता क कभणमोग को अऩनात हए बफना पर की आशा ककम आग फढ़त गए औय भॉय शस जस दश का तनभाणण ककमा आज भॉय शस छोटा बायत तथा धयती का सवगण कहराता ह हभ उन भहान परशॊसनीम रोगो को कोट -कोट धनमवाद दना चाहग जजनहोन परवासी बायतीम ददवस क आमोजन कयन का ऩहर ककमा दतनमा क कोन कोन भ फस परवामसमो को अऩनामा बायत दश भ उनह एकजट कय उनभ एकता की बावना बयकय शजकतशार होन का आबास कयवामा कोट -कोट वनदन हभाय भहान बायत भाता तथा हभाय ऩवणजो को जम भॉय शस जम दहनद

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हभाया दसया कामणकरभ डा परद ऩ कभाय मस ॊह ददकर क दहनद बवन भ हभाय समभान भ सतनजशचत कय चक थ ऩहर पयवय ऩाथम सादहतम करा अकादभी तथा सादहजतमक शोध सॊसथा दवाया डा परद ऩ क तनदशन भ आमोजजत सॊगोषठी औय समभान - सभायोह भ बाग रन गए डा परद ऩ मस ॊह का दहनद परचारयणी सबा स आतभीम समफनध यहा ह भॉय शस भ व हभाय ववशष अततचथ होत ह दहनद बवन क भ हभाया जो बवम समभान हआ इसक मरए फहत - फहत धनमवाद डा परद ऩ मस ॊह जी हभन कबी बी नह ॊ सोचा था कक बायत भ हभाया इस परकाय स समभान औय सवागत होगा ववशष आबाय ह

उकत दो कामणकरभो क अततरयकत आमण गरणस कॉरज की अधमा डा अनऩभा जी औय उनक सहमोचगमो न ववतनत अनगरह स हभ आभॊबतरत ककमा सभमाबाव होन ऩय बी हभन उन रोगो को तनयाश नह ॊ ककमा वहाॉ बी हभाया बवम सवागत ककमा गमा

बाषा को फोरकय जीवॊत यखा जा सकता ह मदद हभ अऩनी बाषा की गरयभा फनाम यखना चाहत ह तो हभभ बाषा क परतत कटयता होनी चादहए मदद बायत भ दहनद अॊगरज़ी स ऩीडड़त ह तो भॉय शस भ ककरओर स जसथतत भ सभता ह भॉय शस भ तीस स ऩतीस हज़ाय फॊगरादशी कऩड़ा - उदमोग भ काभ कय यह ह उनको अऩनी बाषा क परतत जो कटयता ह वह नभनीम ह फस भ फाज़ाय भ सबी जगहो ऩय बफना ककसी दहचककचाहट स फॊगरा - बाषा मा दहनद भ ह फात कयत ह हभको बी अऩनी सोच औय भनोवतत फदरनी होगी तबी दहनद ववशव भ एक सशकत बाषा क रऩ भ उबय ऩाएगी अनमथा बाषा क साथ - साथ हभ बी अऩनी अजसभता खो दग मह तनजशचत ह -टहर याभद न

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